सेंसेक्स 1,300 अंकों से ज्यादा टूटा, इन 4 वजहों से बाजार में तबाही ! ये 2 सेक्टर बुरी तरह पिटे

अप्रैल महीने की शुरुआत बाजार के लिए अच्छी होती नहीं दिख रही है. पहले ही दिन बाजार बुरी तरह टूूट गया. सेंसेक्स करीब 1,300 अंक गिरकर 76,120.51 के लेवल तक पहुंच गया वहीं, निफ्टी 329 अंक तक लुढ़क गया. आइए जानते हैं कि ऐसी कौन सी वजह बाजार पर हावी है जिससे बाजार मे इतनी बड़ी गिरावट देखी गई है.

बाजार में गिरावट. Image Credit: freepik, canva

Why Stock Market Crashed Today: मंगलवार, 1 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. बाजार की शुरुआत लाल निशान में हुई थी फिर बाजार हरे निशान में लौट गया जिसके बाद बाजार कुछ देर बाद करवट बदला और फिर भारी बिकवाली देखी गई. जिसके बाद सेंसेक्स करीब 1,300 अंक गिरकर 76,120.51 के लेवल तक पहुंच गया. वहीं, निफ्टी 329 अंक तक लुढ़क गया. इस गिरावट में रियल्टी इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा तो आईटी इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है. आइए आपको इस गिरावट के पीछे 4 बताते हैं.

सोर्स-TradingView

अमेरिका के नए टैरिफ का डर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2 अप्रैल को “लिबरेशन डे” पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा कर सकते हैं. कहा जा रहा है कि यह फैसला उन देशों के खिलाफ होगा, जिनसे अमेरिका को व्यापार में नुकसान उठाना पड़ा है. इससे निवेशकों में इस बात को लेकर चिंता बढ़ी और बिकवाली उसकी प्रतिक्रिया रही. बाजार के जानकारों का मानना है कि इसका सीधा असर बाजार पर देखने को मिलेगा. हालांकि, भारत इस असर को कम करने के लिए अमेरिका से होने वाले आयात पर टैरिफ कम करने को तैयार है.

आरबीआई की बैठक पर नजर

RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) 7 से 9 अप्रैल के बीच बैठक करेगी, जिसमें ब्याज दरों पर फैसला होगा. उम्मीद है कि आरबीआई 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकता है. इसी के साथ इवेस्टर्स की निगाहें इस बात पर भी है कि आरबीआई देश की अर्थव्यवस्था को लेकर क्या आउटलुक देता है.

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चौथी तिमाही के नतीजों का इंतजार

भारतीय कंपनियों के चौथी तिमाही (Q4) के नतीजे जल्द आने वाले हैं. पहले तीन तिमाहियों के कमजोर प्रदर्शन के बाद उम्मीद की जा रही है कि इस बार नतीजे बेहतर होंगे. अगर ये उम्मीदों से कमजोर रहे, तो बाजार में दबाव और बढ़ सकता है.

फ्रेश ट्रिगर का न होना

मार्च महीने में शेयर बाजार में 6 फीसदी की तेजी आई थी, जिसमें ब्याज दर कटौती, अच्छे कॉर्पोरेट नतीजे और आर्थिक सुधारों की उम्मीदें शामिल थीं. फिलहाल बाजार में कोई नया पॉजिटिव कारण नहीं है, जिससे यह और ऊपर जा सके. इसके अलावा दुनिया भर के बाजारों में अनिश्चितता बनी हुई है. अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव और तेल की बढ़ती कीमतें भी निवेशकों की चिंता बढ़ा रही हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

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