इन 4 कारणों से बाजार में बंपर तेजी, निफ्टी 26,100 के पार, निवेशकों को हुआ 3 लाख करोड़ का फायदा!
सुबह 11:05 बजे सेंसेक्स 650.20 अंक या 0.8 प्रतिशत चढ़कर 85,303 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 223.05 अंक या 0.89 प्रतिशत बढ़कर 26,112.85 पर ट्रेड कर रहा था. बाजार में तेजी का दायरा भी मजबूत रहा. जहां, 2,465 शेयर चढ़े, 840 शेयर गिरे और 152 शेयर बिना बदलाव के रहे. स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स भी लगभग 0.8 प्रतिशत ऊपर रहे.
Why Stock Market Rally Today: तीन दिनों की लगातार गिरावट के बाद घरेलू शेयर बाजार 26 नवम्बर को मजबूती के साथ खुले. फेड रेट कट की उम्मीदों, एशियाई बाजारों की तेजी और हैवीवेट शेयरों में मजबूत खरीदारी की वजह से सेंटीमेंट एकदम पलट गया. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी करीब 0.8 प्रतिशत ऊपर रहे, जिससे बाजार में चौतरफा तेजी देखने को मिली. इस तेजी के बाद निवेशकों को 3 लाख करोड़ का फायदा हुआ.
बाजार का हाल
सुबह 11:05 बजे सेंसेक्स 650.20 अंक या 0.8 प्रतिशत चढ़कर 85,303 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 223.05 अंक या 0.89 प्रतिशत बढ़कर 26,112.85 पर ट्रेड कर रहा था. बाजार में तेजी का दायरा भी मजबूत रहा. जहां, 2,465 शेयर चढ़े, 840 शेयर गिरे और 152 शेयर बिना बदलाव के रहे. स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स भी लगभग 0.8 प्रतिशत ऊपर रहे.
तेजी की बड़ी वजह:
फेड रेट कट की उम्मीदें
अमेरिका में जल्द ब्याज दर कटौती की संभावनाओं ने ग्लोबल मार्केट का रुख बदल दिया है. इसकी वजह से एशियाई बाजारों में तेजी देखने को मिली.
FIIs की खरीदारी से मिला सहारा
25 नवम्बर को विदेशी निवेशकों ने बाजार में खरीदारी की, जिससे मजबूत सेंटीमेंट को और बल मिला. जानकारों की मानें, भले ही पिछले सत्र में निफ्टी 74 अंक गिरा था, लेकिन यह गिरावट एक्सपायरी से जुड़ी वोलैटिलिटी का नतीजा था. फ्लो डेटा में एफआईआई करीब 785 करोड़ रुपये के नेट बायर रहे, जबकि डीआईआई ने लगभग 3,912 करोड़ रुपये की भारी खरीदारी की.
हेवीवेट शेयरों का दमदार प्रदर्शन
बाजार में तेजी का एक बड़ा कारण निफ्टी के तीन प्रमुख हैवीवेट स्टॉक्स, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज का लगभग 1 प्रतिशत चढ़ना भी रहा. इन तीनों का ज्वाइंट वेट निफ्टी में लगभग 30 प्रतिशत है, इसलिए इनकी रैली ने इंडेक्स को मजबूती से सहारा दिया.
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क्रूड ऑयल के दाम गिरने से भी मिला सपोर्ट
क्रूड ऑयल की कीमतें नीचे आने से भारतीय बाजार को अतिरिक्त राहत मिली. ब्रेंट क्रूड 1.4 प्रतिशत गिरकर 62.48 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जो 22 अक्टूबर के बाद का सबसे निचला स्तर है. यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका की सक्रिय कूटनीति की खबरों ने क्रूड पर दबाव बढ़ा दिया.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.