भारत बनेगा iPhone का नया पावरहाउस, Apple ने शुरू की चिप असेंबली की प्लानिंग, Tata Intel से की पार्टनरशिप

Apple भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग को अगले स्तर पर ले जाने की तैयारी में है. कंपनी भारतीय चिप निर्माताओं से बातचीत कर रही है ताकि कुछ आईफोन कंपोनेंट्स की चिप असेंबली और पैकेजिंग देश में की जा सके. यह पहली बार है जब Apple भारत में चिप असेंबली पर विचार कर रहा है. साथ ही टाटा और इंटेल की साझेदारी ने भारत के सेमीकंडक्टर सेक्टर को नई मजबूती दी है.

Apple भारत में असेंबल करने की तैयारी में हैं. Image Credit: money9live

Apple भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग मौजूदगी को और मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है. रिपोर्ट के अनुसार कंपनी भारतीय चिप मैन्युफेक्चरर के साथ बातचीत कर रही है. इसका मकसद आईफोन के कुछ अहम कंपोनेंट्स की असेंबली भारत में करना है. अगर यह योजना आगे बढ़ती है तो यह Apple के लिए वैल्यू चेन में बड़ा बदलाव होगा. अब तक भारत में आईफोन की असेंबली होती रही है. लेकिन चिप पैकेजिंग पर विचार पहली बार किया जा रहा है.

चिप कंपनियों के बीच शुरुआती बातचीत

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक Apple ने मुरुगप्पा ग्रुप की कंपनी सीजी सेमी से शुरुआती बातचीत की है. सीजी सेमी गुजरात के साणंद में सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग यूनिट बना रही है. सूत्रों का कहना है कि बातचीत अभी शुरुआती स्तर पर है. फिलहाल यह साफ नहीं है कि कौन सी चिप्स यहां पैकेज की जाएंगी. माना जा रहा है कि डिस्प्ले से जुड़ी चिप्स इसमें शामिल हो सकती हैं.

Apple के सप्लायर बनने की कड़ी चुनौती

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यह सीजी सेमी के लिए आसान रास्ता नहीं होगा. Apple पहले से कई कंपनियों से सप्लाई चेन को लेकर बातचीत कर रहा है. लेकिन सभी कंपनियां Apple की सप्लायर लिस्ट में जगह नहीं बना पाती हैं. Apple के मानकों पर खरा उतरना बड़ी चुनौती मानी जाती है. इसके बावजूद यह पहल भारत के सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए अहम मानी जा रही है.

टाटा और इंटेल की साझेदारी से बढ़ी उम्मीद

इस खबर से पहले टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और इंटेल के बीच एक अहम समझौता हुआ है. दोनों कंपनियां भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और पैकेजिंग की संभावनाएं तलाशेंगी. यह काम टाटा की आने वाली फैब और असेंबली यूनिट्स में किया जाएगा. इसके साथ एडवांस्ड पैकेजिंग पर भी सहयोग होगा. इस साझेदारी का मकसद भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत करना है.

ये भी पढ़ें- Shark Tank की Phar’Maa कहलाने वाली ये महिला करती हैं 70 देशों में बिजनेस, ₹600 करोड़ है कुल नेटवर्थ

भारत बन रहा है ग्लोबल चिप हब

Apple की बातचीत और टाटा इंटेल की डील से साफ है कि भारत तेजी से ग्लोबल सेमीकंडक्टर हब बनने की ओर बढ़ रहा है. सरकार की नीतियों और बढ़ते निवेश से कंपनियों का भरोसा मजबूत हुआ है. आने वाले वर्षों में भारत मोबाइल और चिप मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा केंद्र बन सकता है. इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. साथ ही देश की टेक्नोलॉजी क्षमता को नई पहचान मिलेगी.

Latest Stories