क्लाउडफ्लेयर आउटेज से प्रभावित हुई ऑनलाइन सर्विसेज, Zerodha, Angel One, Groww हुए डाउन; लाखों यूजर प्रभावित

क्लाउडफ्लेयर के सर्वर में आई बड़ी तकनीकी खराबी के कारण भारत सहित दुनिया भर में कई ऑनलाइन सर्विस प्रभावित हुईं. इस आउटेज का सीधा असर Zerodha, Angel One और Groww जैसे प्रमुख ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर पड़ा, जहां यूजर न तो लॉग इन कर सके और न ही ट्रेड कर पा रहे थे. API और बैकएंड सिस्टम बाधित होने से लाइव मार्केट डेटा भी उपलब्ध नहीं हो सका.

क्लाउडफ्लेयर आउटेज Image Credit: ai generated

Trading platform outage: शुक्रवार को क्लाउडफ्लेयर के सर्वर में बड़ी खराबी आई, जिससे दुनिया भर में ऑनलाइन सर्विस बाधित हुई. इसका असर भारत में ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Zerodha, Angel One और Groww जैसी साइटों पर पड़ा और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ठप हो गए. क्लाउडफ्लेयर पर निर्भर बैकएंड सिस्टम और API कनेक्ट न हो पाने के कारण यूजर लॉग इन नहीं कर पा रहे थे, ट्रेड नहीं कर पा रहे थे या लाइव मार्केट डेटा नहीं देख पा रहे थे. कंपनी ने “Internal Service में गिरावट” की सूचना दी, जिसके कारण कई क्षेत्रों और इंडस्ट्री में व्यापक कनेक्टिविटी समस्याएं उत्पन्न हो गईं.

मूल कारण की हो रही जांच

Zerodha ने इस रुकावट की पुष्टि करते हुए बताया कि “क्लाउडफ्लेयर पर डाउनटाइम की वजह से Kite प्लेटफॉर्म फिलहाल उपलब्ध नहीं है.” उन्होंने सलाह दी कि जब तक समस्या का समाधान नहीं होता, ग्राहक ट्रेड करने के लिए Kite के WhatsApp बैकअप का उपयोग करें. जैसे-जैसे सोशल मीडिया पर शिकायतें बढ़ने लगीं, क्लाउडफ्लेयर ने घोषणा की कि उसने “एक फिक्स लागू कर दिया है” और वह मूल कारण की जांच जारी रखते हुए सिस्टम के प्रदर्शन पर नजर रख रहा है.

कुछ समय के लिए ट्रेडिंग में आई रुकावट

यह खराबी क्लाउडफ्लेयर पर निर्भर सभी सेवाओं के लिए बड़ी मुश्किल बन गई. क्लाउडफ्लेयर इंटरनेट की सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और डेटा पहुंचाने का काम करता है. इसलिए जब उसके सिस्टम ठप हुए तो फिनटेक प्लेटफॉर्म, वेबसाइटें और कंपनी टूल्स बाधित हो गए. शेयर बाजार के खुलने के समय कुछ देर के लिए ट्रेडिंग प्रभावित हुई और उपयोगकर्ता देरी तथा अधूरे लेनदेन से परेशान हुए. हालांकि क्लाउडफ्लेयर ने सुधार किए और सेवाएं सामान्य होने लगीं.

दूसरी बार हुई गड़बड़ी

यह हाल के महीनों में क्लाउडफ्लेयर से जुड़ी दूसरी बड़ी रुकावट है. इससे पहले हुई एक रुकावट ने इंटरनेट के बड़े हिस्से को अस्थायी रूप से ठप कर दिया था, जिसका असर X, ChatGPT, Letterboxd और यहां तक कि Downdetector जैसे प्रमुख प्लेटफॉर्म पर भी पड़ा था, जिन्हें खुद लोड होने में दिक्कत हुई. चूंकि क्लाउडफ्लेयर आधुनिक इंटरनेट को संचालित करता है, इसलिए उसकी मामूली तकनीकी गड़बड़ी भी दुनिया भर में एक साथ कई सर्विस को ठप कर सकती है.

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