इंस्टा और FB पर दोस्त के नाम से मैसेज भेजने वाला हर शख्स दोस्त नहीं होता, जानें ठगी का नया तरीका, ऐसे रहें सेफ
आपके फोन पर दोस्त का मैसेज आया “भाई, फोन खराब हो गया, जल्दी 20 हजार UPI कर दो.” आपने पैसे भेज दिए, लेकिन अगले ही मिनट असली दोस्त का कॉल आया. मैंने तो कोई मैसेज नहीं किया. सावधान! सोशल मीडिया पर ठग आपके करीबियों की प्रोफाइल क्लोन करके फॉलो लिस्ट के हर शख्स को ठग रहे हैं.
सोशल मीडिया पर एक नया और खतरनाक तरीके का साइबर फ्रॉड तेजी से फैल रहा है. ठग आपके किसी करीबी दोस्त या रिश्तेदार की प्रोफाइल का क्लोन (नकल) बनाकर उसकी फॉलो लिस्ट में मौजूद सभी लोगों को फॉलो करते हैं और फिर निजी मैसेज में पैसे मांगते हैं. भाई, मेरा फोन खराब हो गया, इस नंबर से UPI कर दो, जल्दी है… जैसे मैसेज भेजकर लोग लाखों रुपए ठग लिए जा रहे हैं.
ये होता कैसे है?
ठग सबसे पहले किसी व्यक्ति की सार्वजनिक प्रोफाइल (फेसबुक, इंस्टाग्राम या एक्स) चुनते हैं जिसकी प्रोफाइल पिक्चर, कवर फोटो और पोस्ट सब सार्वजनिक हों. फिर उसी नाम और फोटो से नया अकाउंट बनाते हैं. इसके बाद वे असली प्रोफाइल की फॉलोअर्स/फ्रेंड्स लिस्ट में मौजूद हर व्यक्ति को फॉलो करना शुरू कर देते हैं. ज्यादातर लोग बिना सोचे-समझे म्यूचुअल फ्रेंड देखकर फॉलो बैक कर लेते हैं या रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेते हैं. एक बार कनेक्शन बन गया तो ठग प्राइवेट मैसेज में इमरजेंसी का बहाना बनाकर पैसे मांगते हैं. चूंकि प्रोफाइल बिल्कुल असली जैसी दिखती है, लोग शक नहीं करते और तुरंत पैसे ट्रांसफर कर देते हैं.
बचाव के तरीके क्या हो सकते हैं?
- अपनी प्रोफाइल को प्राइवेट रखें रखें. प्रोफाइल पिक्चर, कवर फोटो और फ्रेंड्स लिस्ट केवल फ्रेंड्स के लिए रखें.
- कोई भी नया फॉलो रिक्वेस्ट आए तो प्रोफाइल अच्छे से चेक करें. अकाउंट कब बना, कितनी पोस्ट हैं, पुरानी पोस्ट हैं या नहीं.
- अगर कोई दोस्त अचानक दूसरे नंबर या नए अकाउंट से पैसे मांगे तो सबसे पहले उस दोस्त से फोन या किसी दूसरे माध्यम से कन्फर्म करें.
- UPI पिन कभी किसी को न बताएं और Request Money फीचर का इस्तेमाल करें ताकि गलती से भी पैसे न चले जाएं.
- सोशल मीडिया पर Only me या Friends only प्राइवेसी सेटिंग्स जरूर चेक करें.
कहां करें शिकायत?
- अगर आपको भी ऐसा कोई फर्जी अकाउंट या मैसेज मिले तो तुरंत निम्न जगहों पर शिकायत करें:
- साइबर क्राइम पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन कंप्लेंट दर्ज करें. यहां 24×7 शिकायत कर सकते हैं.
- हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें.
- संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स) पर उस फर्जी प्रोफाइल को “Report” करें.
- नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल में लिखित शिकायत दें.