SEBI के नाम पर हो रही ठगी, Facebook पर लोगों को बनाया जा रहा निशाना, जानें कैसे बचें
साइबर अपराधी अब लोगों तक फर्जी SEBI अधिकारी बनकर पहुंच रहे हैं. नकली लेटरहेड, सील, रिकवरी सर्टिफिकेट और फर्जी ऐप के जरिए वे IPO और ट्रेडिंग की आड़ में भारी रकम ऐंठ रहे हैं. हालिया मामला बहुत दिलचस्प है और इससे यह भी समझा जा सकता है कि साइबर अपराधी से आपका पाला किसी भी सूरत में पड़ सकता है.
SEBI Cyber Fraud: साइबर अपराधी लगातार अपनी चालें बदल रहे हैं. क्रिमिनल अब तक लोगों को कभी बैंक कर्मचारी बनकर, कभी CBI, कभी ED अधिकारी बनकर तो कभी परिचित बनकर लोगों से ठगी करते आए हैं. लेकिन हालिया मामला बहुत दिलचस्प है और इससे यह भी समझा जा सकता है कि साइबर अपराधी किसी भी सूरत में आप तक दस्तक दे सकते हैं. हाल ही में हरियाणा के पंचकुला में बाजार नियामक, SEBI के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी हुई है. साइबर अपराधी सेबी के फर्जी लेटरहेड, रिकवरी सर्टिफिकेट और यहां तक कि सील का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. ताकि वे सेबी अधिकारी बनकर लोगों को ठग सकें. आइए, आज के इस साइबर क्राइम के चैप्टर में ठगी के इस नए तरीके के बारे में समझते हैं और ये जानेंगे कि इससे कैसे बचा जाए.
SEBI के नाम पर ठगी
जगमेंदर सिंह नाम के एक शख्स ने पुलिस से शिकायत की है कि उन्हें फेसबुक पर एक फर्जी विज्ञापन मिला और इसके बाद जालसाजों ने उन्हें फर्जी सेबी (SEBI) प्रमाणपत्र और बेहद आकर्षक ऑफर का लालच दिया. एक बड़ी रकम निवेश करने के बाद, उन्होंने अपना पैसा वापस लेने का प्रयास किया, लेकिन फिर उन्हें दंड और कॉन्ट्रैक्ट के उल्लंघन की धमकी दी गई. जगमेंदर का कहना है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग और इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) में निवेश की आड़ में आरोपियों ने उनके साथ धोखाधड़ी की. जालसाजों ने अपनी योजना को अंजाम देने के लिए फर्जी कोटक QIP ऐप बनाया.
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SEBI के अधिकारी बनकर दे रहें झांसा
साइबर अपराधी इन दिनों निवेशकों को ऐसे संदेश या आदेश भेज रहे हैं, जो देखने में बिल्कुल सेबी से जारी हुए आदेश या नोटिस की तरह लगते हैं. इन फर्जी दस्तावेजों में सेबी का लेटरहेड और रिकवरी सर्टिफिकेट की हूबहू नकल होती है. जिससे पहली नजर में इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है. वे खुद को सेबी का अधिकारी बताते हैं और निवेशकों को अलग-अलग बहाने बनाकर झांसे में लेते हैं.
ऐसे करें असली और नकली की पहचान
SEBI ने निवेशकों की सुरक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके बताए हैं. इसकी मदद से किसी भी ऑर्डर या नोटिस की प्रामाणिकता की जांच की जा सकती है. सेबी की ओर से पारित हर आदेश या नोटिस उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध होता है. होम पेज पर इंफोर्समेंट सेक्शन में जाकर ऑर्डर वाले सेक्शन में सभी ऑर्डर देख सकते हैं. अगर आपको निवेश से संबंधित कुछ भी जानकारी मिलती हो तो पहले उसकी जांच करें.
1930 और cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें
किसी भी प्रकार के साइबर फ्रॉड के शिकार होने या फिर अंदेशा होने पर उसे तुरंत 1930 नेशनल हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके रिपोर्ट करें या फिर cybercrime.gov.in पर शिकायत करें. पैसे दुगुने करने के चक्कर में अपनी जीवन भर की कमाई बर्बाद नहीं करें.
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