ऑनलाइन गेमिंग एक्ट ने बढ़ाई मुश्किलें, छंटनी का दौर जारी; Gameskraft ने 120 कर्मचारियों को निकाला बाहर
ऑनलाइन गेमिंग एक्ट, 2025 के पारित होने के बाद रियल-मनी गेमिंग कंपनियों पर संकट गहराता जा रहा है. नए कानून के चलते कई फर्मों ने छंटनी शुरू कर दी है और बड़ी संख्या में कर्मचारी प्रभावित हुए हैं. अधिनियम में रियल-मनी गेम्स और उनसे जुड़े विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने के साथ बैंकों और वित्तीय संस्थानों को ऐसे ट्रांजैक्शन रोकने का प्रावधान है.
Gameskraft: रियल-मनी गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने वाले ऑनलाइन गेमिंग विधेयक, 2025 के पारित होने के बाद ऑनलाइन गेमिंग फर्म गेम्सक्राफ्ट (Gameskraft) ने 120 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि, इस कानून के निहितार्थ जटिल और दूरगामी हैं और इसका इस क्षेत्र और गेम्सक्राफ्ट पर तत्काल और गहरा प्रभाव पड़ा है. वर्तमान नियामक परिदृश्य ने हमारे व्यवसाय को पूरी तरह रोक दिया है और हमारे पास पुनर्गठन शुरू करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा. गेम्सक्राफ्ट ने आगे कहा कि, सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद, लगभग 120 कर्मचारियों को निकालना पड़ रहा है. यह एक ऐसा निर्णय है, जिसे हम बहुत भारी मन से ले रहे हैं.
कंपनी ने छंटनी वाले कर्मचारियों के लिए सहायता की घोषणा की
इस मुश्किल दौर में कंपनी ने प्रभावित कर्मचारियों के लिए कुछ राहत उपाय भी घोषित किए हैं. कंपनी ने कहा है कि जो कर्मचारी छंटनी का शिकार हुए हैं, उन्हें उनके बचे हुए लीव के बदले पैसे दिए जाएंगे. यह भुगतान केवल बेसिक सैलरी पर नहीं, बल्कि कुल वेतन (Basic + Allowances) के आधार पर कैल्कुलेट किया जाएगा.
साथ ही कंपनी ने अपने कर्मचारियों और उनके परिवार का हेल्थ इंश्योरेंस मार्च 2026 तक जारी रखने का वादा किया है. यदि कोई कर्मचारी 2026 से पहले नई नौकरी पा लेता है तो इंश्योरेंस वहीं समाप्त हो जाएगा. जिन कर्मचारियों के माता-पिता भी इस ग्रुप इंश्योरेंस में शामिल हैं, उन्हें यह सुविधा बिना किसी रुकावट के मिलती रहेगी.
क्यों हुई छंटनी?
यह कदम हाल ही में पारित हुए ‘प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग एक्ट, 2025’ के मद्देनजर उठाया गया है. संसद द्वारा 21 अगस्त को पारित इस अधिनियम में ई-स्पोर्ट्स और अन्य ऑनलाइन गेम्स को बढ़ावा देते हुए ऑनलाइन रियल-मनी गेम्स के सभी रूपों पर प्रतिबंध लगाया गया है.
इस अधिनियम में ऑनलाइन रियल-मनी गेम्स से संबंधित विज्ञापनों पर रोक लगाने और ऐसे किसी भी गेम के लिए पैसा ट्रांसफर करने से बैंकों व वित्तीय संस्थानों को रोकने का प्रावधान है. इस कानून के चलते रियल-मनी गेमिंग व्यवसाय में लगी कई कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है.
कंपनी ने CFO के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई
इससे पहले इसी महीने, गेम्सक्राफ्ट ने अपने पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के खिलाफ 231 करोड़ रुपये से अधिक की कथित हेराफेरी को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. कंपनी के वित्तीय वर्ष 2024-25 में नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की गई. बेंगलुरु स्थित फर्म ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (अप्रैल 2024 से मार्च 2025) में 4,009 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर 706 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया. यह पिछले वर्ष 3,475 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर 947 करोड़ रुपये के नेट प्रॉफिट से कम है.
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