NASA की साझेदारी वाले Axiom 4 मिशन में 14 दिन स्पेस में क्या करेंगे शुभांशु शुक्ला, कितने पैसे होंगे खर्च?
Axiom 4 मिशन के तहत एक चार एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाले हैं. यह टीम NASA के फ्लोरिडा स्थिति केनेडी स्पेस सेंटर से SpaceX के स्पेसशिप से ISS के लिए रवाना होगी. इस टीम में भारतीय अंतरिक्ष एजेसीं इसरो की तरफ से शुभांशु शुक्ला भी शामिल हैं.
Axiom 4 Mission के तहत Shubhanshu Shukla पहले भारतीय हैं, जो ISS यानी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में कदम रखने जा रहे हैं. इसके अलावा राकेश शर्मा के बाद वे दूसरे भारतीय हैं, जो अंतरिक्ष में जाने वाले हैं. NASA और SpaceX की साझेदारी वाले Axiom Space के इस मिशन के तहत शुक्ला के अलावा तीन और देशों के एस्ट्रोनॉट शामिल हैं. जानते हैं इस मिशन के तहत 14 दिन अंतरिक्ष में शुक्ला क्या करेंगे और इस मिशन पर कितना खर्च आने वाला है.
क्या है Axiom 4 Mission?
Axiom Space की तरफ से जारी आधिकारिक जानकारी के मुताबिक Axiom 4 Mission या Ax-4 मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए ह्यूमन स्पेसफ्लाइट अभियानों की फिर से शुरुआत है. क्योंकि, 1984 के बाद यानी चार दशक से ज्यादा समय बाद पहली बार इन तीनों देशों की तरफ से सरकार प्रायोजित ह्यूमन स्पेसफ्लाइट अभियान में वापसी की है. Ax-4 के तहत यह पहली बार होगा, जब तीनों देश ISS पर एक अभियान को पूरा करेंगे.
भारत के लिए क्यों अहम Ax-4?
भारत की स्पेस एजेंसी ISRO भारत के पहले ह्यूमन स्पेस मिशन गगनयान पर काम कर रही है. Ax-4 मिशन इसरो के गगनयान के लिहाज से महत्व रखता है, क्योंकि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला गगनयान मिशन की टीम के भी सदस्य हैं. ऐसे में शुक्ला को रियल वर्ल्ड स्पेस मिशन एक्सपीरियंस मिलेगा, जिसका फायदा गगनयान के दौरान मिलेगा. इसके अलावा इसरों को इस मिशन के दौरान ह्यूमन स्पेसफ्लाइट प्रॉसीजर, सिक्योरिटी प्रोटोकॉल और क्रू ऑपरेशन की अहम जानकारियां मिलेंगे, जिनसे गगनयान मिशन को कामयाब बनाने में मदद मिलेगी.
Ax-4 मिशन में कौन-कौन शामिल?
NASA की भूतपूर्व अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस में ह्यूमन स्पेसफ्लाइट की डायरेक्टर पैगी व्हिटसन इस मिशन की मकांडर होंगी. वहीं, इसरो के एस्ट्रोनॉट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मिशन में पायलट की भूमिका निभाएंगे. इसक अलावा ESA यानी यूरोपीयन स्पेस एजेंसी के दो मिशन स्पेशलिस्ट होंगे, जिनमें पोलैंड के एस्ट्रोनॉट स्लावोज उज्नान्स्की विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू शामिल हैं.
14 दिन तक क्या करेंगे शुक्ला?
इस मिशन के तहत कुल 60 एक्सपेरिमेंट होने हैं. इनमें से सात इसरो के हैं. इसके अलावा पांच नासा के हैं. भारतीय एस्ट्रोनॉट शुक्ला अंतरिक्ष में 14 दिन के दौरान होने वाले इसरो और नासा के एक्सपेरिमेंट्स में हिस्सा लेंगे. खासतौर पर माइक्रो ग्रैविटी से जुड़े एक्सपेरिमेंट बेहद अहम होंगे, क्योंकि शुक्ला इसरो के गगनयान अभियान का भी हिस्सा हैं.
कितने पैसे होंगे खर्च?
TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस की तरफ से Axiom-4 मिशन पर 413 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. शुरू में परियोजना की भारत के लिए कुल लागत का अुनमान 715 करोड़ रुपये रखा गया है. हालांकि, माना जा रहा है कि कुल खर्च 548 करोड़ रुपये यानी करीब 6.4 करोड़ डॉलर के बराबर होगा. इस मिशन पर खर्च के बारे में इसरो, एक्सिओम और नासा आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है. हालांकि, बजट दस्तावेज में किए गए अलोकेशन से यह अनुमान लगाया गया है. वहीं, BBC की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने Axiom-4 के लिए 5.9 करोड़ डॉलर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
कब है लॉन्चिंग?
अमेरिकी प्राइवेट कंपनी Axiom Space की तरफ से NASA के फ्लोरिडा स्थित केनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉप्लेक्स 39A से SpaceX के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिये Dragon spacecraft को लॉन्च किया जाएगा. भारतीय समय के मुताबिक लॉन्चिंग मंगलवार 10 जून, 2025 को शाम करीब 5:52 मिनट पर होनी थी. लेकिन अब यह लॉन्चिंग 11 जून को होनी है.
कहां देखें लाइव?
Axiom Space के इस मिशन को नासा टीवी, एक्सिओम स्पेस के यूट्यूब चैनल के साथ ही स्पेसएक्स के एक्स हैंडल पर देख सकते हैं. लाइव प्रसारण सुबह भारतीय समय के मुताबिक दोपहल 3:45 बजे शुरू होगी.