‘ब्रिटेन बनेगा नरक’ ऐसा बोल इस अरबपति ने 300 साल पुराना घर बेचा, जानें 30,000 अमीरों ने क्यों छोड़ा देश

ब्रिटेन की बदलती टैक्स नीति और राजनीतिक अस्थिरता के चलते अरबपति जॉन फ्रेडरिकसन ने लंदन की 300 साल पुरानी हवेली 2800 करोड़ रुपये में बेच दी और अब दुबई में बसने का फैसला किया है. 2024 में 10,800 करोड़पति ब्रिटेन छोड़ चुके हैं और 2025 में यह आंकड़ा 16,500 तक पहुंच सकता है.

अरबपति जॉन फ्रेडरिकसन ने लंदन की 300 साल पुरानी हवेली 2800 करोड़ रुपये में बेच दी. Image Credit:

UK tax Billionaire migration: ब्रिटेन में अब अमीरों का टिकना मुश्किल होता जा रहा है. देश की बदलती टैक्स नीतियों और राजनीतिक अस्थिरता के चलते अरबपति तेजी से पलायन कर रहे हैं. हाल ही में नॉर्वे में जन्मे और ब्रिटेन के टॉप 10 अमीरों में शामिल जॉन फ्रेडरिकसन ने लंदन की अपनी आलीशान हवेली बेचकर दुबई जाने का फैसला किया है. उन्होंने खुले तौर पर ब्रिटेन की आर्थिक नीतियों की आलोचना की और कहा कि “ब्रिटेन नर्क बन चुका है”. उनकी इस प्रतिक्रिया ने अमीरों के पलायन के मुद्दे को एक बार फिर से चर्चा में ला दिया है.

नया ठिकाना बना दुबई

जॉन फ्रेडरिकसन ने लंदन में स्थित 300 साल पुरानी हवेली The Old Rectory को 337 मिलियन डॉलर यानी करीब 2800 करोड़ रुपये में बेच दिया है. इस हवेली में 10 बेडरूम, एक निजी बॉलरूम और दो एकड़ का गार्डन शामिल है. अब वे अपना ज्यादा समय दुबई में बिताएंगे और वहीं से अपने व्यापारिक साम्राज्य को संभालेंगे.

ब्रिटेन की टैक्स नीति से नाराज हैं अरबपति

फ्रेडरिकसन सहित कई अमीर ब्रिटेन की टैक्स नीतियों से नाराज हैं. 2025 में सरकार ने नॉन-डोम टैक्स छूट खत्म कर दी है, जिससे अब 10 साल से ज्यादा ब्रिटेन में रहने वाले विदेशी नागरिकों को उनकी पूरी वैश्विक प्रॉपटी पर टैक्स देना होगा. इसके अलावा कैपिटल गेन टैक्स और नेशनल इंश्योरेंस में भी बढ़ोतरी की गई है.

10 हजार से ज्यादा करोड़पति छोड़ चुके हैं ब्रिटेन

2024 में करीब 10,800 करोड़पतियों ने ब्रिटेन छोड़ दिया, जो पिछले साल की तुलना में 157 फीसदी ज्यादा है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में यह संख्या 16,500 तक जा सकती है. इससे देश से करीब 66 बिलियन पाउंड की संपत्ति बाहर चली जाएगी.

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लंदन छोड़ रहें अमीर

कभी दुनिया की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले लंदन से 2014 के बाद से अब तक 30,000 करोड़पति जा चुके हैं. ब्रेक्जिट, कमजोर पाउंड और लंदन स्टॉक एक्सचेंज की घटती कीमत की वजह से अब अमीर निवेशक पेरिस, दुबई और एम्स्टर्डम जैसे शहरों की ओर रुख कर रहे हैं.