Hyundai को 517 करोड़ GST का नोटिस, SUV बिक्री पर सेस से जुड़ा है विवाद, जानें क्या है पूरा मामला?

Hyundai India को जोरदार झटका लगा है. कंपनी पर 258.67 करोड़ रुपये का GST सेस कम चुकाने का आरोप लगा है. GST की तरफ से कंपनी को यह रकम चुकाने और इस रकम के बराबर रकम जुर्माने और ब्याज के तौर पर जमा कराने को कहा गया है.

हुंडई इंडिया का प्रॉफिट घटा. Image Credit: Getty image

दक्षिण कोरियाई कार कंपनी हुंडई की भारतीय सहायक कंपनी Hyundai Motor India Ltd (HMIL) को जोरदार झटका लगा है. कंपनी ने भारतीय शेयर बाजार के एक्सचेंजों को दी रेगुलेटरी फाइलिंग में इस मामले की जानकारी दी है. कंपने ने बताया है कि 258.67 करोड़ का GST सेस कम चुकाने का आरोप लगा है. इसके साथ ही 258.67 करोड़ रुपये जुर्माने और ब्याज के बताए गए हैं. इस तरह GST की तरफ से कंपनी को कुल 517.34 करोड़ रुपये जमा कराए जाने का नोटिस दिया गया है.

क्या है मामला?

कंपनी की तरफ से एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक GST सेस से जुड़ा यह विवाद सितंबर 2017 से मार्च 2020 के दौरान की गई SUV की बिक्री से जुड़ा है. नोटिस में आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने अपनी कई SUV पर पूरा GST compensation cess जमा नहीं कराया.

कहां से जारी हुआ नोटिस?

कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक CGST Commissioner Appeals, तमिलनाडु की तरफ से जारी किए गए नोटिस में 258.67 करोड़ के सेस की मांग की है गई है. इसके साथ ही इतनी ही रकम जुर्माना के तौर पर जमा कराने को कहा गया है. इस तरह कंपनी पर कुल 517.34 करोड़ रुपये की देनदारी का नोटिस दिया गया है. इसके साथ ही नोटिस में बताया गया है कि यह रकम कुछ SUV मॉडलों पर सितंबर 2017 से मार्च 2020 की अवधि के लिए GST सेस की वजह से उपजी है.

SUV मॉडल्स के नाम नहीं बताए

Hyundai ने बताया कि GST नोटिस में यह नहीं बताया गया है कि सेस कि SUV मॉडलों से जुड़ा हुआ है. हालांकि, फिलहाल कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में Creta, Alcazar, Tucson, Creta Electric और Ioniq 5 जैसी SUV कारें शामिल हैं.

क्या है कंपनी का रुख?

Hyundai ने रेगुलेटरी फाइलिंग में अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि कंपनी पर इस नोटिस की वजह से कोई वित्तीय, ऑपरेशनल या किसी तरह का असर नहीं पड़ने वाला है. इसके साथ ही बताया कि फिलहाल लीगल टीम इस नोटिस की समीक्षा कर रही है और कंपनी फिलहाल, यह रकम जमा करने के बजाय कानूनी उपायों का रास्ता अपनाएगी.