ट्रंप का ऐलान, चीन से डील डन, अब भारत के साथ बड़ा समझौता जल्द
अमेरिका-चीन के बिगड़े रिश्ते अब सुधर रहे हैं, यही वजह है कि यूएस ने हाल ही में उससे व्यापारिक डील की है. अब यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ ट्रेड डील किए जाने की बात कही है. इसे लेकर वह काफी उत्साहित भी हैं. तो क्या डील को लेकर तैयारी और इससे भारत को क्या होगा फायदा जानें पूरी डिटेल.

US-India trade deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अक्सर अपने बयानों से लोगों को चौंकाते रहते हैं. गुरुवार को भी उन्होंने एक बड़े ऐलान के साथ दुनिया का ध्यान खींचा. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने चीन के साथ एक अहम व्यापारिक समझौता किया है और जल्द ही भारत के साथ भी एक बड़ी डील करने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने ये बात ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ इवेंट में अपने भाषण के दौरान कही. इस दौरान उन्होंने व्यापारिक रणनीतियों और वैश्विक साझेदारियों पर भी खुलकर बात की.
ट्रंप का कहना है कि हर कोई अमेरिका के साथ डील करना चाहता है. हमने कल ही चीन के साथ समझौता किया. अब जल्द ही भारत के साथ भी एक बड़ा डील होने वाला है, जिससे भारत का बाजार और खुल जाएगा. जिस तरह से चीन के साथ ट्रेड की शुरुआत की, वैसे ही भारत के साथ भी चीजें आगे बढ़ेंगी. हालांकि इस दौरान उन्होंने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि हर देश के साथ डील नहीं की जाएगी. वे बस कुछ देशों को एक पत्र भेजेंगे, जिसमें लिखा होगा, ‘शुक्रिया. हालांकि इस दौरान ट्रंप ने टैरिफ पर भी अपना रवैया साफ करते हुए कहा कि, डील के बावजूद दूसरे देशों को टैरिफ देना होगा, जो 25, 35 या 45 फीसदी होगा.
भारत के साथ डील पर उत्साह
भारत के साथ संभावित डील को लेकर ट्रंप काफी उत्साहित नजर आए. हाल ही में यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम में हॉवर्ड लुटनिक ने भी इस दिशा में सकारात्मक संकेत दिए थे. उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत और अमेरिका के बीच एक ऐसा समझौता हो सकता है, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा.
क्यों यह डील है खास?
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते पहले से ही मजबूत हैं, लेकिन नया समझौता भारतीय बाजार का दायरा और बढ़ा सकता है. इससे न केवल दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा, बल्कि टेक्नोलॉजी, डिफेंस और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को भी नई ऊंचाइयां मिल सकती हैं. ट्रंप का यह बयान वैश्विक व्यापार में अमेरिका की रणनीति को और आक्रामक बनाता है, जिसमें भारत एक अहम साझेदार के रूप में उभर कर सामने आ सकता है.
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चीन के साथ क्या है नया समझौता?
ट्रंप ने चीन डील की बारीकियों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने खुलासा किया कि यह समझौता रेयर अर्थ मटेरियल्स की आपूर्ति को तेज करने पर केंद्रित है. चीन ने पहले इन महत्वपूर्ण खनिजों और मैग्नेट्स पर निर्यात प्रतिबंध लगाए थे, जिससे अमेरिका के ऑटोमोटिव, रक्षा और टेक्नोलॉजी सेक्टर प्रभावित हुए थे. अब चीन और अमेरिका ने जिनेवा समझौते को लागू करने के लिए एक नया मॉडल तैयार किया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक का कहना है कि चीन उन्हें रेयर अर्थ सप्लाई करेगा, और जैसे ही वे ऐसा करेंगे, वे अपने प्रतिबंध हटा लेंगे.
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