आपकी बालकनी बनाएगी लखपति, बस धनिया-मेथी- पालक का करना होगा यूज, जानें कैसे

अगर आप अपनी बालकनी में माइक्रोग्रीन्स की खेती करना चाहते हैं, तो आज हम आपको कुछ ऐसे स्टेप्स बताएंगे, जिनकी मदद से आप बहुत कम जगह में यह खेती कर सकते हैं. खास बात यह है कि इसकी मदद से आप अच्छी कमाई भी कर सकते हैं.

बालकनी में कैसे करें माइक्रोग्रीन्स की खेती Image Credit: FREEPIK

Microgreens Farming: अगर आपके पास ज्यादा जगह नहीं है, लेकिन आपको ताजी और पौष्टिक सब्जियां उगाने का शौक है, तो माइक्रोग्रीन्स की खेती आपके लिए एकदम परफेक्ट हो सकती है. माइक्रोग्रीन्स यानी छोटे-छोटे पौधे, जो बीज से बहुत कम समय में उग जाते हैं, लेकिन पोषण के मामले में किसी सुपरफूड से कम नहीं होते. ये न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं.

अगर आप अपनी बालकनी में माइक्रोग्रीन्स उगाना चाहते हैं, तो यहां हम आपको आसान तरीकों से इसकी खेती करने का पूरा तरीका समझा रहे हैं, जिससे आप घर पर ही कई तरह के माइक्रोग्रीन्स उगा सकते हैं.

क्या हैं माइक्रोग्रीन्स?

माइक्रोग्रीन्स छोटे-छोटे पौधे होते हैं, जो किसी भी सब्जी या हर्ब (जैसे धनिया, मेथी, पालक, मूली, सरसों, मटर आदि) के बीज से उगते हैं. जब इनमें पहली जोड़ी पत्तियां (cotyledons) निकल आती हैं, तभी इन्हें काटकर खाया जाता है. यही वजह है कि इनमें पोषक तत्व बहुत अधिक होते हैं.

किन चीजों की होती है जरूरत?

बालकनी या छत पर माइक्रोग्रीन्स उगाने के लिए आपको बहुत ज्यादा सामग्री की जरूरत नहीं होती है. इसके लिए आपके पास,

  • कोको पीट या मिट्टी
  • जैविक खाद या घर में बना उर्वरक
  • स्प्रे बॉटल
  • अच्छी क्वालिटी के बीज
  • उथली ट्रे (जिसमें छेद हों)

माइक्रोग्रीन्स उगाने के आसान 4 स्टेप

जगह चुनें

ऐसी जगह चुनें जहां रोजाना करीब 4 से 6 घंटे धूप आती हो. अगर आपकी बालकनी में पर्याप्त धूप नहीं आती है, तो एलईडी ग्रो लाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं.

ट्रे और बीज तैयार करें

2 से 3 इंच गहरी ट्रे लें, जिसमें नीचे जल निकासी के लिए छेद हों. ट्रे में कोको पीट या पॉटिंग मिक्स बिछाएं. बीजों को 6 से 8 घंटे भिगोकर ट्रे में समान रूप से फैलाएं और ऊपर से हल्की मिट्टी से ढक दें.

पानी और देखभाल

हर दिन स्प्रे बॉटल से हल्की नमी बनाए रखें. 3 से 4 दिन में अंकुर निकलने लगेंगे. जैसे ही पत्तियां दिखने लगें, ट्रे को धूप में रखें.

कटाई और इस्तेमाल

लगभग 7 से 12 दिन में पौधे खाने लायक हो जाते हैं. एक तेज कैंची से जड़ों के ठीक ऊपर से काटें. इन माइक्रोग्रीन्स का इस्तेमाल सलाद, सूप, रोटी या सैंडविच में कर सकते हैं.

बन सकते हैं लखपति?

अगर आप अपने 40 से 50 वर्ग फीट के बालकनी में माइक्रोग्रीन्स की खेती करते हैं और 15 किस्मों को उगाते हैं, तो आप हर हफ्ते लगभग 5 से 6 किलो माइक्रोग्रीन्स उत्पादन कर सकते हैं. बाजार में माइक्रोग्रीन्स की कीमत 100 ग्राम के लिए लगभग 150 से 200 रुपये तक बिकती है. इस हिसाब से अगर आप पुरे सीजन में 200 किलो माइक्रोग्रीन्स उगाते हैं, तो आपकी कमाई लाखों रुपये तक पहुंच सकती है, वो भी बेहद कम लागत में. खास बात ये है कि इस बिजनेस की शुरुआत के लिए आपकी प्रारंभिक लागत लगभग 20,000 से 30,000 रुपये तक हो सकती है.

क्यों खास हैं माइक्रोग्रीन्स?

माइक्रोग्रीन्स को उनके पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा के कारण सुपरफूड माना जाता है. इनमें विटामिन C, E, K और कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं. ये सिर्फ 1 से 2 हफ्तों में उग जाते हैं और इनकी खेती सालभर की जा सकती है. बस तापमान और नमी का थोड़ा ध्यान रखना होता है.

किन बीजों से शुरुआत करें?

शुरुआत में आप इन बीजों से माइक्रोग्रीन्स उगा सकते हैं, इनमें

  • मूली
  • धनिया
  • सरसों
  • मटर
  • सनफ्लावर

इसे भी पढ़ें- भारत ने बनाया जीनोम एडिटेड धान, कम पानी के साथ ज्यादा पैदावार, किसानों की बढ़ेगी कमाई