वैज्ञानिकों ने लार्वा से तैयार किया मछलियों के लिए दाना, खिलाने पर तेजी से बढ़ेगा वजन
ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें 40-45 प्रतिशत प्रोटीन, वसा, अमीनो एसिड और कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व शामिल हैं. ये लार्वा कई प्रकार के कार्बनिक अपशिष्टों पर फ़ीड करते हैं जो उन्हें एक स्थायी प्रोटीन स्रोत बनाते हैं.
देश में मछली पालन धीरे-धीरे बिजनेस का रूप ले रहा है. इससे देश में लाखों परिवारों के घर का खर्च चल रहा है. वहीं, मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारें भी कई तरह की योजनाएं चला रही हैं. इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को सब्सिडी दी जा रही है. वहीं, मछली पालन को मॉडर्न बनाने के लिए नई-नई तकनीकों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए कई शोध संस्थान रिचर्स कर रहे हैं. इसी बीच खबर है कि आईसीएआर-केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान ने मछलियों के लिए गजब का फिश फीड (आहार) तैयार किया है. इस फीड को खिलाने से मछलियों का विकास तेजी से होगा. साथ ही उनका वजन भी बहुत जल्द बढ़ेगा. इससे मछली पालक को बंपर कमाई होगी.
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फीड को ब्लैक सोल्जर फ्लाई (बीएसएफ) लार्वा का उपयोग करके बनाया गया है. इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. खास बात यह है कि इस फिश फीड के आने से पारंपरिक मछली के भोजन पर निर्भरता कम होगी. इससे महंगाई का भी मछली कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि मौसम के हिसाब से मछलियों के फीड की कीमत में उतार-चढ़ाव आते रहता है. इससे मछलियों के लिए भोजन का प्रबंध करना महंगा हो जाता है. लेकिन ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा से बने इस फीड के आने से मछलियों के फीड पर होने वाले खर्च से भी मछली पालक को राहत मिलेगी.
मछलियों का तेजी से होगा विकास
मछली पोषण और स्वास्थ्य प्रभाग की शोध टीम के अनुसार, इस फिश फ़ीड के खिलाने से मछलियों का विकास तेजी से होगा. उनका वजन भी तेजी से बढ़ेगा. खास बात यह है कि ब्लैक सोल्जर फ्लाई (बीएसएफ) लार्वा से बने इस फिश फीड को मार्केट में आने से सोयाबीन पर निर्भरता कम होगी. अभी तक मछली दाना बनाने के लिए सबसे अधिक सोयाबीन का इस्तेमाल किया जा रहा था. अगर सोयाबीन महंगा होता था, तो मछली दाना भी महंगे हो जाते थे. लेकिन अब इस प्रोटीन स्रोत के रूप में BSF लार्वा फिड के आने से मछलियों के भोजन के लिए एक स्थायी विकल्प मिलेगा.
ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा में होते हैं पोषक तत्व
ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें 40-45 प्रतिशत प्रोटीन, वसा, अमीनो एसिड और कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व शामिल हैं. ये लार्वा कई प्रकार के कार्बनिक अपशिष्टों पर फ़ीड करते हैं जो उन्हें एक स्थायी प्रोटीन स्रोत बनाते हैं. वहीं, प्रोसेसिंग के बाद, लार्वा को एक वसा रहित फिश फीड के रूप में बदला जाता है. खास बात यह है कि आसानी से मछली फ़ीड फॉर्मूलेशन में एकीकृत किया जा सकता है.