पान की खेती करने पर मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी, फटाफट यहां करें अप्लाई; इस दिन से शुरू होगा आवेदन

अगर किसान 'पान विकास योजना'का लाभ उठाना चाहते हैं, तो http://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन की तारीख 25 फरवरी से शुरू हो रही है, जो अगले महीने 24 मार्च तक रहेगी. अप्लाई करने वाले लाभार्थियों का चयन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा.

बिहार में पान की खेती पर सब्सिडी. Image Credit: Money9Live

Betel cultivation: बनारस का पान पूरी दुनिया में फेमस है. लेकिन बिहार का मगही पान भी अपने अलहदा टेस्ट के लिए पूरे देश में जाना जाता है. इसकी खेती बिहार के गया और औरंगाबाद जिले में बड़े स्तर पर की जाती है. खास बात यह है कि मगही पान को केवल बिहार के मगध क्षेत्र में ही उगाया जाता है. इसके चलते इसे जीआई टैक भी मिला हुआ है. अब बिहार सरकार ने मगही पान के रकबे में विस्तार लाने के लिए सब्सिडी देने का फैसला किया है. अगर किसान मगही पान की खेती करते हैं, उन्हें सरकार की तरफ से अनुदान मिलेगा.

उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग की ओर से प्रदेश में पान के क्षेत्रफल का बढ़ावा देने के लिए ‘पान विकास योजना’ की शुरुआत की गई है. अगर किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो उद्यान निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. अगले हफ्ते 25 फरवरी से आवेदन करने की तारीख शुरू हो गई है. अगर किसान योजना से संबंधित अधिक जानकारी हासिल करना चाहते हैं, तो संबंधित जिला के सहायक निदेशक उद्यान से संपर्क कर सकते हैं.

कितनी मिलेगी सब्सिडी

वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार मगही और देसी पान की खेती पर सब्सिडी दे रही है. सरकार ‘पान विकास योजना’ के तहत मगही और देसी पान का क्षेत्र विस्तारित करना चाहती है. इसके लिए इकाई लागत 70, 5000 प्रति 300 वर्गमीटर तय की गई है. वहीं, यूनिट लागत पर सरकार की तरफ से 50 फीसदी की सब्सिडी दी जाएगी. अगर किसान 300 वर्गमीटर में पान की खेती करते हैं, तो 35, 250 रुपये सब्सिडी के रूप में मिलेंगे. यानी किसान को अपनी जेब से 35, 250 रुपये ही खर्च करने पड़ेंगे.

इन जिलों के किसान उठाएं योजना का लाभ

सब्सिडी को लाभ उठाने के लिए किसानों को अधिकतम 300 वर्गमीटर और मिनिमम 100 वर्गमीटर में पान की करनी होगी. अगर किसान 100 वर्गमीटर से कम रकबे में पान की खेती करते हैं, तो उन्हें सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा. अगर 300 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में पान उगाते हैं, तो अनुदान केवल 300 वर्गमीटर पर ही मिलेगा. इस योजना का लाभ FPC के सदस्य एवं व्यक्तिगत रूप से किसान भी उठा सकते हैं. अभी केवल गया, औरंगाबाद, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, वैशाली और सारण जिले के किसान ही योजना का लाभ उठा सकते हैं.

सब्सिडी के लिए ऐसे करें आवेदन

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