सनरूफ खोलकर खड़ा होना मजा है या सजा? जानें क्या कहता है मोटर व्हीकल का नियम; लग सकता बड़ा फटका
क्या आप जानते हैं भारत में सनरूफ जानलेवा साबित हो सकता है. यह भारतीय कानून के मुताबिक पूरी तरह गैरकानूनी भी है. भारत में किसी भी चलती गाड़ी में से बाहर निकलना या शरीर का हिस्सा बाहर निकालना नियमों का उल्लंघन है और इसके लिए भारी जुर्माना, लाइसेंस सस्पेंशन और यहां तक कि जेल की सजा भी हो सकती है. चलिए जानते हैं.
अक्सर सड़कों पर लोग अपनी गाड़ी की सनरूफ खोलकर उसमें से सिर या शरीर बाहर निकालते हुए दिखाई देते हैं. कई बार इसे फैशन, स्टाइल या मस्ती समझकर किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना न सिर्फ जानलेवा साबित हो सकता है, बल्कि भारतीय कानून के मुताबिक यह पूरी तरह गैरकानूनी भी है?
भारत में किसी भी चलती गाड़ी में से बाहर निकलना या शरीर का हिस्सा बाहर निकालना नियमों का उल्लंघन है और इसके लिए भारी जुर्माना, लाइसेंस सस्पेंशन और यहां तक कि जेल की सजा भी हो सकती है. चलिए जानते हैं.
क्या कहता है कानून ?
भारतीय मोटर व्हीकल्स एक्ट (Motor Vehicles Act) में स्पष्ट प्रावधान हैं कि अगर कोई व्यक्ति चलती गाड़ी की सनरूफ से बाहर निकलता है और उससे सड़क सुरक्षा खतरे में पड़ती है, तो इसे अपराध माना जाएगा. भारत में, चलती गाड़ी में सनरूफ के माध्यम से सिर या हाथ बाहर निकालना गैरकानूनी है क्योंकि यह मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 184 (एफ) या धारा 177 के तहत खतरनाक ड्राइविंग और सार्वजनिक सुरक्षा को जोखिम में डालना माना जाता है.
क्या सजा हो सकती है?
इस नियम के उल्लंघन पर पहली बार में 1,000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है और यह जोखिम भरा कृत्य करने वाले व्यक्ति और वाहन चालक दोनों पर लागू हो सकता है. नियमों का उल्लंघन करने वालों को भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है. इसके अलावा, ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया जा सकता है और गंभीर मामलों में जेल की सजा भी हो सकती है. वहीं बार-बार गलती करने पर सजा और जुर्माने की राशि अलग-अलग हो सकती है.
क्या है ड्राइवर की जिम्मेदारी?
कानून के मुताबिक, ड्राइवर की जिम्मेदारी होती है कि वह गाड़ी में बैठे सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे. यानी अगर कोई यात्री सनरूफ से बाहर निकलता है तो इसकी जवाबदेही ड्राइवर पर भी आएगी. यह न केवल गाड़ी के अंदर बैठे व्यक्ति की जान खतरे में डालता है, बल्कि बाहर चल रहे दूसरे वाहनों और पैदल यात्रियों को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
क्यों है खतरनाक?
सनरूफ से बाहर निकलना बेहद खतरनाक हो सकता है. अचानक ब्रेक लगने पर यात्री गंभीर चोटिल हो सकता है या उसकी जान भी जा सकती है. इसके अलावा, ऐसा करने से ड्राइवर का ध्यान भी भटकता है, जिससे सड़क पर हादसों का खतरा और बढ़ जाता है.
क्या है सनरूफ का असली मकसद?
सनरूफ का असली मकसद सिर्फ गाड़ी में नेचुरल रोशनी और ताजी हवा का एहसास कराना है. इसे सिर या शरीर बाहर निकालने के लिए नहीं बनाया गया है.
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