रडार-कैमरा से लैस है X-47 Crossover, जानें कीमत और नॉर्मल बाइक से कैसे है अलग, यहां देखें लुक
सुरक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम के रूप में, बेंगलुरु की अल्ट्रावायलेट ऑटोमोटिव कंपनी ने दुनिया की पहली रडार से लैस इलेक्ट्रिक बाइक X-47 क्रॉसओवर लॉन्च की है. इस बाइक में लगा 6ठी पीढ़ी का रडार और कैमरा सिस्टम पीछे और आस-पास के वाहनों के बारे में चेतावनी देकर सवार की सुरक्षा बढ़ाता है. इसकी कीमत 2.49 लाख रुपये से शुरू होती है.
X-47 Crossover Launch: आज तक आपने सेना की किसी गाड़ी, मिसाइल सिस्टम, टैंक, जहाज में रडार लगे रहने के बारे में सुना या पढ़ा होगा, लेकिन अब बाजार में ऐसी मोटरसाइकिल भी आ गई है, जिसमें रडार फिट है. बेंगलुरु की मशहूर इलेक्ट्रिक बाइक बनाने वाली कंपनी अल्ट्रावायलेट ऑटोमोटिव ने अपनी नई बाइक X-47 क्रॉसओवर (X-47 Crossover) लॉन्च की है, जो दुनिया की पहली रडार वाली बाइक है.
कंपनी अब भारत और विदेशों में अपने कारोबार को तेजी से बढ़ाने की तैयारी में है. इसके लिए कंपनी अपनी फैक्ट्री की क्षमता बढ़ाएगी और नए प्रोडक्ट लॉन्च करेगी. कंपनी के सीईओ नारायण सुब्रमण्यम का कहना है कि उनका सपना है कि अल्ट्रावायलेट को ऐप्पल और नाइक जैसे ग्लोबल ब्रांड की तरह पहचान मिले.
X-47 क्रॉसओवर की खासियत और कीमत
X-47 क्रॉसओवर बाइक में दुनिया का पहला रडार और कैमरा सिस्टम है. यह सिस्टम रोड सेफ्टी बढ़ाता है. बाइक में 6th जनरेशन की लंबी दूरी का रडार है. इसकी कीमत 2.49 लाख रुपये से शुरू होती है और यह एक बार चार्ज करने पर 323 किलोमीटर तक चल सकती है. अल्ट्रावायलेट के सीईओ नारायण सुब्रमण्यम ने बताया कि बाइक में रडार सिस्टम राइडर की सुरक्षा बढ़ाएगा. सामान्य बाइक में केवल साइड मिरर होते हैं, जिससे पीछे का दृश्य सीमित होता है. रडार सिस्टम इस कमी को पूरा करता है और राइड को सुरक्षित बनाता है.
दिखने में कैसी है बाइक?
सामान्य बाइक से कैसे अलग है?
सामान्य बाइकों में केवल साइड मिरर होते हैं, जिससे पीछे का दृश्य सीमित रहता है. रडार सिस्टम बाइक के आसपास के क्षेत्र को स्कैन करता है और राइडर को पीछे या आसपास के खतरों (जैसे तेजी से आती गाड़ियां) के बारे में पहले से चेतावनी देता है. इससे हादसों का खतरा कम होता है. रडार 6th जनरेशन की लंबी दूरी वाला सिस्टम है, जो बाइक के चारों तरफ नजर रखता है. सामान्य बाइक में सवार को पीछे देखना पड़ता है, लेकिन रडार सिस्टम अपने आप यह काम करता है और सवार को सतर्क करता है.
X-47 में रडार के साथ कैमरा भी है, जो दुनिया में पहली बार किसी बाइक में इस्तेमाल हुआ है. यह सिस्टम सड़क की स्थिति, ट्रैफिक और अन्य बाधाओं को बेहतर ढंग से समझता है, जिससे राइड और सुरक्षित हो जाती है. सामान्य बाइकों में ऐसी उन्नत तकनीक नहीं होती. X-47 का रडार और व्हीकल कंट्रोल यूनिट मिलकर सवार को रियल-टाइम जानकारी देता है, जैसे कि कोई वाहन बहुत करीब आ रहा हो या सड़क पर कोई खतरा हो.
आगे क्या है कंपनी प्लान?
कंपनी इस साल 10,000 बाइक बेचने का लक्ष्य रखती है. अभी कंपनी की बेंगलुरु फैक्ट्री में हर साल 30,000 बाइक बनती हैं, लेकिन इसे बढ़ाकर 1 लाख बाइक प्रति साल करने की योजना है. पिछले एक साल में कंपनी ने भारत में एक शहर से 30 शहरों तक अपनी पहुंच बढ़ाई है. कंपनी अगले साल अपनी प्रोडक्ट रेंज को और बढ़ाएगी. नई बाइक लॉन्च करने की योजना है, जो ग्लोबल स्टैंडर्ड के हिसाब से बनाई जाएंगी.
विदेशों में विस्तार करना चाहती है कंपनी
अल्ट्रावायलेट अब विदेशों में भी अपने पैर पसार रही है. कंपनी ने यूरोप के 10 देशों जैसे ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी में अपनी बाइक बेचना शुरू किया है. यूरोप के लिए सर्टिफिकेशन मिलने से 40 और देशों में बिक्री का रास्ता खुल गया है. कंपनी का लक्ष्य है कि वह ऐप्पल या नाइक जैसा ग्लोबल ब्रांड बने.