कम्युनिस्ट देश वियतनाम से Vinfast का सरप्राइज, भारत में एंट्री से TATA-Mahindra के लिए कितना बड़ा खतरा
वियतनाम की पहली कार कंपनी विनफास्ट भारत में एंट्री एंट्री मार चुकी है. भारत में सफलता के लिए कंपनी को सही कीमत, मजबूत सर्विस नेटवर्क और ग्राहकों का भरोसा जीतना होगा. टाटा और महिंद्रा जैसे स्थानीय दिग्गजों के साथ-साथ चीन की BYD जैसी कंपनियां भी इसकी कॉम्पटीटर हैं. आइए जानते हैं विनफास्ट की भारत में एंट्री की कहानी, इसके बिजनेस का साइज.

VinFast in India: वियतनाम की पहली ऑटोमोबाइल कंपनी विनफास्ट ने भारत के कार बाजार में कदम रखकर सबको चौंका दिया है. यह कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के साथ भारत में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है. लेकिन सवाल यह है कि क्या यह कंपनी भारत में टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी दिग्गज कंपनियों को टक्कर दे पाएगी? आइए जानते हैं विनफास्ट की भारत में एंट्री की कहानी, इसके बिजनेस का साइज, इसकी ग्लोबल मौजूदगी और यह कैसे एक कम्युनिस्ट देश में एक बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी बन गई.
विनफास्ट कैसे बनी ग्लोबल कंपनी?
विनफास्ट की स्थापना 2017 में हुई थी. यह वियतनाम की सबसे बड़ी निजी कंपनी विनग्रुप की सहायक कंपनी है. वियतनाम के हाई फोंग में इसने एक आधुनिक कारखाना बनाया. इसमें 90 फीसदी काम ऑटोमेशन से होता है. साल 2018 में इसने पेरिस मोटर शो में अपनी गाड़ियां दिखाईं और साल 2019 में वियतनाम में अपनी पहली गाड़ियां लॉन्च कीं. साल 2020 में विनफास्ट वियतनाम में सबसे ज्यादा गाड़ियां बेचने वाली कंपनी बन गई. साल 2021 में इसने पूरी तरह इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर फोकस करने का फैसला किया और साल 2022 में ग्लोबल बाजारों में अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियां लॉन्च कीं. आज यह कंपनी न सिर्फ वियतनाम, बल्कि अमेरिका, कनाडा, यूरोप और भारत जैसे देशों में अपनी गाड़ियां बेच रही है.
कम्युनिस्ट देश में इतना बड़ा बिजनेस कैसे?
वियतनाम एक कम्युनिस्ट देश है, लेकिन 1986 में शुरू हुए आर्थिक सुधारों (Đổi Mới) ने इसे बाजार आधारित अर्थव्यवस्था की ओर ले गया. इन सुधारों ने निजी कंपनियों और विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया. विनफास्ट एक निजी कंपनी है और इसका मालिकाना विनग्रुप के पास है. यह नैस्डैक पर लिस्टेड पब्लिक कंपनी है, इसका मतलब है कि इसके शेयर आम लोग भी खरीद सकते हैं. विनफास्ट ने भारत में एक मजबूत शुरुआत की है. कंपनी ने तकनीक, डिजाइन और सुरक्षा को लेकर काफी काम किया है. लेकिन भारत में सफलता के लिए कंपनी को सही कीमत, मजबूत सर्विस नेटवर्क और ग्राहकों का भरोसा जीतना होगा. टाटा और महिंद्रा जैसे स्थानीय दिग्गजों के साथ-साथ चीन की BYD जैसी कंपनियां भी इसकी कॉम्पटीटर हैं.
विनफास्ट ने भारत में मारी धमाकेदार एंट्री
विनफास्ट ने जनवरी 2025 में दिल्ली में हुए भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में अपनी दो प्रीमियम इलेक्ट्रिक एसयूवी, VF6 और VF7, को लॉन्च करके भारत में अपनी शुरुआत की. कंपनी ने भारत में अपनी गाड़ियों की बुकिंग शुरू कर दी है. ग्राहक सिर्फ 21,000 रुपये की रिफंडेबल जमा राशि देकर इन गाड़ियों को बुक कर सकते हैं. यह बुकिंग कंपनी के शोरूम और वेबसाइट के जरिए हो रही है.
विनफास्ट भारत में सिर्फ गाड़ियां बेचने नहीं आई, बल्कि उसका लक्ष्य है भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में बड़ा नाम बनाना. कंपनी तमिलनाडु के तूतीकोरिन में 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4200 करोड़ रुपये) की लागत से एक कार और बैटरी बनाने का कारखाना बना रही है. इस कारखाने में हर साल शुरू में 50,000 गाड़ियां बनेंगी. इसे बाद में बढ़ाकर 1.5 लाख गाड़ियों तक किया जा सकता है.
विनफास्ट की योजना सिर्फ गाड़ियां बनाने तक सीमित नहीं है. कंपनी भारत में चार्जिंग स्टेशन, सर्विस सेंटर और डीलरशिप नेटवर्क बनाने पर भी काम कर रही है. यह नेटवर्क बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों तक फैलेगा. कंपनी भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ तालमेल बिठाने के लिए स्थानीय स्तर पर गाड़ियों का निर्माण भी करेगी. इससे लागत कम होगी और ग्राहकों को सस्ती गाड़ियां मिल सकेंगी.
भारत में विनफास्ट की ताकत
विनफास्ट ने भारत में अपनी दो इलेक्ट्रिक एसयूवी VF6 और VF7 लॉन्च की हैं. ये गाड़ियां आधुनिक तकनीक, शानदार डिजाइन और सुरक्षा सुविधाओं से लैस हैं.
- VF6: VF6 एक छोटी एसयूवी है, जिसकी लंबाई 4,241 मिमी और व्हीलबेस 2,730 मिमी है. इसमें 150 किलोवाट (201 हॉर्सपावर) की मोटर है, जो 310 न्यूटन-मीटर टॉर्क देती है. यह गाड़ी 8.89 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है. इसकी 59.6 किलोवाट-घंटा की बैटरी 400 किमी से ज्यादा की रेंज देती है. गाड़ी में 12.9 इंच का टचस्क्रीन, वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एप्पल कारप्ले, ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल और वेंटिलेटेड सीट्स जैसे फीचर्स हैं. सुरक्षा के लिए इसमें सात एयरबैग, 360-डिग्री कैमरा और एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर्स हैं.
- VF7: VF7 एक मिड-साइज एसयूवी है, जिसकी लंबाई 4,545 मिमी और व्हीलबेस 2,840 मिमी है. यह दो मोटर विकल्पों में आती है. एक 150 किलोवाट की सिंगल मोटर और दूसरी 260 किलोवाट (348 हॉर्सपावर) की ड्यूल मोटर. यह 500 न्यूटन-मीटर टॉर्क देती है. ड्यूल मोटर वाली गाड़ी 5.8 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है. इसकी 70.8 किलोवाट-घंटा की बैटरी और भी बेहतर रेंज देती है. VF7 में VF6 जैसे ही फीचर्स हैं, लेकिन इसमें ज्यादा जगह, रिक्लाइनिंग रियर सीट्स और पावर टेलगेट जैसे अतिरिक्त फीचर्स हैं.

टाटा-महिंद्रा को टक्कर
भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से बढ़ रहा है. पिछले साल भारत में 40 लाख से ज्यादा गाड़ियां बिकीं. इनमें 2.5 फीसदी इलेक्ट्रिक थीं. भारत सरकार का टारगेट है कि 2030 तक 30 फीसदी गाड़ियां इलेक्ट्रिक होंय. इस मौके को भुनाने के लिए विनफास्ट ने भारत में कदम रखा है, लेकिन टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसे स्थानीय दिग्गजों को टक्कर देना आसान नहीं होगा. टाटा और महिंद्रा की गाड़ियां भारतीय ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से बनाई गई हैं. इनका डीलर और सर्विस नेटवर्क भी बहुत मजबूत है. विनफास्ट को भारत में अपनी जगह बनाने के लिए सही कीमत, अच्छी सर्विस और ग्राहकों का भरोसा जीतना होगा. VF6 और VF7 की क्वालिटी और फीचर्स शानदार हैं, लेकिन इनकी कीमत और भारतीय सड़कों पर इनका प्रदर्शन तय करेगा कि ये कितनी सफल होंगी.
विशेषता | विनफास्ट VF6 | विनफास्ट VF7 | महिंद्रा BE 6 | महिंद्रा XEV 9e | टाटा कर्व EV | टाटा हैरियर EV |
---|---|---|---|---|---|---|
बैटरी | 59.6 kWh | 70.8 kWh | 59 kWh / 79 kWh | 59 kWh / 79 kWh | 45 kWh / 55 kWh | 65 kWh / 75 kWh |
पावर | 201 हॉर्सपावर | 349 हॉर्सपावर | 281 हॉर्सपावर तक | 281 हॉर्सपावर तक | 147-165 हॉर्सपावर | 287 हॉर्सपावर (AWD) |
रेंज | 399 किमी (अनुमानित) | 450 किमी (अनुमानित) | 535-682 किमी | 542-656 किमी | 425-585 किमी | 622-627 किमी |
0-100 किमी/घंटा | 8.89 सेकंड | 5.8 सेकंड | 6.7 सेकंड | 6.8 सेकंड | 8.6 सेकंड | 6.3 सेकंड |
टॉर्क | 310 Nm | 500 Nm | 380 Nm | 380 Nm | 215 Nm | 504 Nm |
चार्जिंग | 7.2 kW AC (CCS2) | 7.2 kW AC (CCS2) | 11 kW AC, 175 kW DC (20-80% में 20 मिनट) | 11 kW AC, 175 kW DC (20-80% में 20 मिनट) | 70 kW DC (15 मिनट में 150 किमी) | 120 kW DC (20-80% में 25 मिनट) |
फीचर्स | 12.9-इंच टचस्क्रीन, वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो/एप्पल कारप्ले, ड्यूल-जोन AC, पैनोरमिक सनरूफ, 7 एयरबैग, लेवल 2 ADAS | 12.9-इंच टचस्क्रीन, हेड्स-अप डिस्प्ले, पैनोरमिक ग्लास रूफ, 7 एयरबैग, लेवल 2 ADAS | ड्यूल 12.3-इंच स्क्रीन, 16-स्पीकर हरमन कार्डन, लेवल 2 ADAS, 6-7 एयरबैग | 43-इंच ट्रिपल स्क्रीन, 16-स्पीकर हरमन कार्डन, लेवल 2 ADAS, 7 एयरबैग | 12.3-इंच टचस्क्रीन, 6 एयरबैग, पैनोरमिक सनरूफ, लेवल 2 ADAS | 14.53-इंच टचस्क्रीन, 7 एयरबैग, 540-डिग्री कैमरा, लेवल 2 ADAS |
कीमत | 22-25 लाख रुपए (अनुमानित) | 28-32 लाख रुपए (अनुमानित) | 18.9-26.9 रुपए लाख | 21.9-30.5 लाख रुपए | 17.49-21.99 लाख रुपए | 21.49-30 लाख रुपए |
विनफास्ट का बिजनेस
विनफास्ट की जुलाई 2025 तक इसकी मार्केट कैप 727.16 बिलियन रुपये पहुंच गई है. यह इसे दुनिया की 2131वीं सबसे मूल्यवान कंपनी बनाती है. कंपनी की सालाना आय (2025 तक) 183.28 बिलियन रुपये है, जो 2023 में 99.49 बिलियन रुपये थी. हालांकि, कंपनी को अभी नुकसान हो रहा है और साल 2025 में इसका नुकसान 213.48 बिलियन रुपये रहा. विनफास्ट वियतनाम, उत्तरी अमेरिका, कनाडा, यूरोप और अब भारत में बिजनेस करती है. कंपनी ने साल 2022 में ग्लोबल स्तर पर अपने शोरूम खोले और साल 2023 में नैस्डैक पर ‘VFS’ टिकर के साथ लिस्ट हुई. विनफास्ट ग्लोबल स्तर पर 97399 इलेक्ट्रिक गाड़ियां डिलीवर किए. भारत में साल 2025 के अंत तक 27 शहरों में 35 डीलरशिप खोलने की योजना बना रहा है.
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