कच्चे तेल की कीमतें 60 डॉलर के नीचे, 4 साल का निचला स्तर; अब मिलेगी पेट्रोल-डीजल पर बड़ी राहत!
Petrol Diesel Price: इंटरनेशनल बाजार में कच्चे तेल की कीमतें गिरकर 60 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गई हैं, जिससे लोगों को उम्मीद है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी घटेंगी. लेकिन क्या वाकई कीमतें गिरेंगी जिनमें मार्च 2024 से कोई बदलाव नहीं हुआ है.

Crude Oil Prices: इंटरनेशनल बाजार में कच्चे तेल का दाम गिरकर 60 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है जो लंबे समय से 90 डॉलर प्रति बैरल थी. इसके बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं कि अब पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी गिरावट आएगी, क्योंकि मार्च 2024 से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है और दूसरी तरफ कच्चे तेल की कीमतें चार साल के निचले स्तर पर आ गई है. तो क्या अब पेट्रोल-डीजल के भाव में कुछ कटौती देखने को मिलेगी?
4 फीसदी गिरा कच्चा तेल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत लगभग 4.1% गिरकर 58 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) की कीमत भी 55 डॉलर के आसपास थी.
क्यों गिर रही तेल की कीमतें
तेल की कीमतें गिर रही हैं क्योंकि कच्चे तेल का उत्पादन करने वालों देशों के समूह OPEC+ (जैसे सऊदी अरब और रूस) ने फिर से बहुत बड़े स्तर पर उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है. इससे दुनिया भर में तेल की सप्लाई और ज्यादा हो गई है, जबकि मांग पहले से ही कम है क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर चल रही है. इस वजह से अब ज्यादा सप्लाई और कम मांग का बैलेंस बिगड़ गया है. OPEC+ ने जून से हर दिन 4 लाख बैरल से ज्यादा उत्पादन बढ़ाने की बात कही है.
क्या घटेंगी पेट्रोल-डीजल की कीमतें?
दरअसल तेल कंपनियों को तब घाटा होता है जब कच्चे तेल की कीमत बहुत तेजी से गिरती है, क्योंकि जब तक रिफाइनरी उस तेल को प्रोसेस कर फ्यूल बनाए, तब तक कीमत और नीचे जा चुकी होती है. कंपनियां आमतौर पर 45-60 दिन तक तेल का स्टॉक रखती हैं. यानी नुकसान पहले से खरीदे तेल पर होता है.
इसके अलावा, जब अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें गिर रही हैं, तब सरकार ने 7 अप्रैल को पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी है. लेकिन चूंकि रिटेल दाम नहीं बदले, तो ये अतिरिक्त टैक्स का बोझ ऑयल कंपनियों को उठाना पड़ा.
कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट तो यही इशारा करती है कि कीमतें कम हो सकती हैं. लेकिन कीमतों में गिरावट आएगी या नहीं इसके पीछे सारे तर्क देखने पड़ते हैं जैसे क्या पेट्रोल-डीजल की कीमतें महंगाई को बढ़ा रही हैं या मांग पर असर डाल रही हैं? अगर ऐसा नहीं हो रहा है, तो कीमतें घटाने का कोई खास कारण नहीं है.
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