वॉरेन बफेट के ये 5 बड़े इंवेस्टमेंट हो गए फेल, 94 साल की उम्र में हो रहा पछतावा

Warren Buffet दुनिया के सबसे अमीर और सफल निवेशकों में से एक हैं लेकिन उन्होंने भी कुछ खराब निवेश किए हैं. उनके कुछ सबसे खराब निवेशों में क्या है और क्यों वो खराब निवेश साबित हुए, चलिए यहां एक-एक कर जानते हैं.

वॉरेन बफेट के वो निवेश जो हो गए फ्लॉप! Image Credit: Money9live/Canva

Warren Buffet Worst Investment: अरबपति निवेशक वॉरेन बफेट ने 3 मई को घोषणा कर दी कि वे इस साल के अंत तक बर्कशायर हैथवे के सीईओ पद से रिटायर हो जाएंगे. ये चौंकाने वाला था क्योंकि 94 साल के बफेट पहले कह चुके थे कि वो रिटायर नहीं होंगे. दुनिया के सबसे अमीर और सबसे सफल निवेशकों में से एक बफेट ने 1965 में बर्कशायर हैथवे को टेकओवर इसे धीरे-धीरे एक बहुत बड़ी होल्डिंग कंपनी बना दिया, जिसमें अलग-अलग तरह के बिजनेस और शेयर शामिल हैं. उनकी कामयाबी ने उन्हें वॉल स्ट्रीट का एक आइकन बना दिया है लेकिन बफेट के हर इनवेस्टमेंट सफल नहीं रहे. वॉरेन बफेट ने भी ऐसी जगह निवेश किया है जो बुरी साबित हुई है. आइए जानते हैं उनके कुछ सबसे खराब निवेशों के बारे में…

  • बर्कशायर हैथवे: बफेट ने खुद कहा है कि कपड़ा कंपनी बर्कशायर हैथवे में उनका निवेश शायद उनकी सबसे खराब इनवेस्टमेंट थी. उन्होंने इसे 1965 में टेकओवर किया, लेकिन यह कंपनी कई सालों तक घाटे में रही, और आखिरकार 1985 में बंद करनी पड़ी. हालांकि इसी कंपनी की मदद से बफेट ने कई और निवेश भी किए और मजे की बात ये है कि जिन शेयरों को उन्होंने 1962 में $7-$8 में खरीदा था, वो आज $809,350 प्रति शेयर के भाव पर हैं. तो जो सबसे खराब निवेश था, उसने भी अंत में फायदा ही दिया.
  • डेक्सटर शू कंपनी: 1993 में बफेट ने इसे $43.3 करोड़ में खरीदा और उसके बदले बर्कशायर के शेयर दिए. बाद में उन्होंने माना कि यह बहुत बड़ी गलती थी, क्योंकि उन्होंने अपनी कंपनी का 1.6% हिस्सा एक बेकार बिजनेस के बदले दे दिया.
  • निवेश: बफेट का कहना है कि उनकी कुछ सबसे बड़ी गलतियां वो निवेश हैं जो उन्होंने किए ही नहीं. अगर वो समय रहते अमेजन, गूगल या माइक्रोसॉफ्ट में निवेश करते, तो बर्कशायर को अरबों का फायदा होता. यहां तक कि वॉलमार्ट के 10 करोड़ शेयर लेने का प्लान भी उन्होंने समय पर पूरा नहीं किया जो आज करीब $10 अरब के होते.
  • बैंक शेयर: कोविड महामारी से ठीक पहले बफेट ने बैंकों से ज्यादातर निवेश निकालना शुरू कर दिया था. खासकर वेल्स फार्गो में स्कैंडल्स की वजह से उन्होंने 50 करोड़ शेयर लगभग $30 प्रति शेयर के हिसाब से बेच दिए थे. इसके अलावा, उन्होंने जेपी मॉर्गन के शेयर भी $100 से कम में बेच दिए. आज ये दोनों स्टॉक्स दोगुने से भी ज्यादा हो चुके हैं.
  • ब्लू चिप स्टैम्प्स: 1970 में बफेट और उनके पार्टनर मंगर ने इस कस्टमर रिवॉर्ड प्रोग्राम को टेकओवर किया, जब इसकी सेल $12.6 करोड़ थी. लेकिन जैसे-जैसे लोगों का रुझान इससे हटता गया, इसकी बिक्री 2006 में घटकर सिर्फ $25,920 रह गई. हालांकि, इसी कंपनी से मिले फंड का इस्तेमाल उन्होंने See’s कैंडी, वेस्को फाइनेंशियल और Precision Castparts जैसी कंपनियां खरीदने में किया, जो आज बर्कशायर को अच्छा रिटर्न देती हैं.