FDTL नियम से एयरलाइंस में हलचल, सैकड़ों फ्लाइट रद्द होने के बाद Indigo को राहत देने की तैयारी में DGCA – रिपोर्ट
फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नए नियमों ने देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की उड़ानों को बुरी तरह प्रभावित किया है. दो दिनों में सैकड़ों फ्लाइट रद्द और देरी से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गईं. स्थिति गंभीर होने पर DGCA ने समीक्षा बैठक की और अब इंडिगो को अस्थायी छूट देने पर विचार कर रहा है, ताकि ऑपरेशन सामान्य हो सके.
DGCA may give waiver to IndiGo: फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नियमों में बदलाव के कारण देश की सबसे बड़ी एयरलाइन Indigo को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. दो दिन में 200 विमानें रद्द होने और सैकड़ों उड़ाने देर से चल रही हैं. विमान नियामक DGCA इंडिगो को थोड़ी छूट देने वाली है. छूट देने की योजना तब बनी जब सैकड़ों फ्लाइट रद्द होने के बाद यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में फ्लाइट कैंसिल होने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA ने IndiGo के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम समीक्षा बैठक की. इस बैठक में उड़ानों के लगातार रद्द होने की वजहों, यात्रियों को हो रही परेशानियों और स्थिति को संभालने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई. ET की रिपोर्ट के अनुसार, अब विमान कंपनी को छूट देने का प्लान बन रहा है.
नए नियम क्या हैं?
फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नियमों अनुसार यह होता है कि रात 12 बजे से सुबह 6 बजे के बीच एक पायलट कितनी लैंडिंग कर सकता है. यह पहले निर्धारित कर दी गई है. पहले यह नियम एक साल के लिए टाल दिया गया था ताकि एयरलाइंस नए पायलट रख सकें. लेकिन अब नियम सख्ती से लागू कर दिए गए. नियम सख्ती से लागू होने के बाद विमान कंपनी पर पायलट की संख्या कम होने का दबाव है. इंडिगो भी इस तैयारी में चूक गई.
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इंडिगो ने क्यों नहीं की तैयारी?
पहले एक बार विमान नियामक ने नियम लागू करने की समयसीमा में छूट थी. कंपनी को लगा था कि DGCA फिर समय दे देगी. इसलिए इंडिगो ने न तो ज्यादा पायलट रखे और न ही ट्रेनिंग तेज की. पहले कंपनी हमेशा 4% एक्स्ट्रा पायलट रखती थी. अब वह बफर भी खत्म हो गया.
DGCA ने थोड़ी छूट दी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब DGCA ने इंडिगो को कुछ दिनों की छूट दे दी है. कंपनी को कहा गया है कि जल्दी से प्लान बनाएं और नए पायलट की भर्ती करें. भर्ती के बाद
पायलटों के संगठन ALPA (Airline Pilots’ Association of India) ने कहा कि विमान कंपनियां जानबूझकर फ्लाइट्स रद्द कर रही है. ताकि नए नियम कमजोर पड़ जाएं. संगठन का कहना है कि सभी एयरलाइंस को बहुत पहले से पता था और पर्याप्त समय भी दिया गया, लेकिन विमान कंपनियों ने तैयारी नहीं की.