RCB नहीं बिकेगी, Diageo ही रहेगी मालिक, हिस्सेदारी बेचने की अटकलों को बताया निराधार

IPL के 18वें सीजन की विनर रही Royal Challengers Bengaluru यानी RCB अभी नहीं बिकेगी. RCB की मालिक Diageo ने मीडिया में चल रही उन अटकलों को निराधार बताया है, जिनमें दावा किया गया का कि RCB को बेचने पर विचार किया जा रहा है.

Diageo Relay ने कमाए 3,300 करोड़ रुपये. Image Credit: Money9live

IPL के अगले सीजन तक Royal Challengers Bengaluru को नए मालिक मिलने की खबरों पर Diageo ने विराम लगा दिया है. असल में RCB को लेकर Bloomberg की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि Diageo की तरफ से RCB को 2 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर बेचने पर विचार किया जा रहा है. बहरहाल, RCB की ऑनर Diageo ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में इस रिपोर्टों को निराधार बताया है.

RCB ने पहली बार जीता IPL

IPL यानी इंडियन प्रीमियर लीग एक क्रिक्रेट टूर्नामेंट है, जिसमें RCB फाउंडिंग फ्रैंचाइजी है. पिछले 18 वर्ष से यह टीम एक टूर्नामेंट में शामिल रही है. हालांकि, इस साल पहली बार RCB ने IPL जीता है. विराट कोहली टीम के सबसे मशहूर खिलाड़ी हैं, जो पहले इस टीम के कप्तान भी रह चुके हैं.

क्या है रिपोर्ट का दावा?

रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ब्रिटिश मल्टीनेशनल लिकर कंपनी Diageo की तरफ से RCB को 2 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर बेचे जाने का विचार किया जा रहा है. 2008 में विजय माल्या की यूनाइटेड स्पिरिट्स ने 11.16 करोड़ डॉलर में इस IPL फ्रैंचाइजी टीम को खरीदा था. 2014 में ब्रिटिश मल्टीनेशनल लिकर कंपनी Diageo यूनाइडेट स्पिरिट्स की 54 फीसदी हिस्सेदारी खरीदकर मालिक बन गई. इस तरह यूनाइटेड स्पिरिट्स के जरिये RCB को कंट्रोल करती है.

क्यों उठी बेचने की बात?

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आईपीएल में तंबाकू और शराब के प्रचार पर पाबंदी लगाने के प्रयासों को ध्यान में रखकर कंपनी ने टीम को बेचने पर विचार किया है. क्योंकि RCB की प्रमोटर यूनाइटेड स्पिरिट्स का कोर बिजनेस लिकर का है. अगर शराब के प्रचार पर बैन लगता है, तो कंपनी अपनी टीम के साथ खुद को एंडोर्स नहीं कर पाएगी.

आईपीएल में प्रचार का बड़ा करोबार

18 वर्ष में आईपीएल दुनिया के सबसे बड़े और सफल स्पोर्ट्स इवेंट्स में शामिल हो गया है. खासतौर पर आईपीएल के दौरान होने वाले प्रचार और विज्ञापन कारोबार की वजह से इसकी तुलना NFL और इंग्लिश प्रीमियर लीग जैसे इवेंट्स होती है. ऐसे में अगर कोई भी टीम 2 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर बिकती है, तो यह बाकी टीमों के लिए भी एक बेंचमार्क होगा.