गूगल का अजीबो-गरीब ऑफर, रिजाइन करिए मिलेगी 14 हफ्तों की सैलरी! छंटनी का दौर जारी
Google Layoffs: गूगल में छंटनी का दौर अभी भी जारी है, और कंपनी ने हाल ही में अपने कर्मचारियों को स्वैच्छिक रिटायरमेंट यानी "बायआउट" का ऑफर दिया है. कंपनी चाहती है कि कर्मचारी खुद ही रिजाइन करें और उन्हें कुछ हफ्तों की सैलरी दी जाएगी.

Google Layoff: गूगल में लंबे समय से जारी नौकरियों में छंटनी का दौरा अभी तक थमा नहीं है. पिछले महीने मई में छंटनी के बाद जून में भी कंपनी कॉस्ट कटिंग के लिए और छंटनी करना चाहती है. हालांकि अभी कंपनी कर्मचारियों को सीधे नौकरी से न निकाल कर दूसरा तरीका अपना रही है. इसके लिए गूगल चाह रहा है कि कर्मचारी खुद ही कंपनी से इस्तीफा दें. चलिए जानते हैं क्या कर रहा है गूगल.
इन विभागों से छंटनी करना चाहती है कंपनी
कंपनी ने 10 जून को अपनी कई टीम के कर्मचारियों को स्वैच्छिक रिटायरमेंट यानी “बायआउट” का ऑफर दिया है. ये पेशकश खासतौर पर नॉलेज एंड इंफॉर्मेशन (K&I) यूनिट, सेंट्रल इंजीनियरिंग, मार्केटिंग, रिसर्च और कम्युनिकेशन टीमों को दिया गया है. CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम गूगल की कॉस्ट कटिंग करने की रणनीति का हिस्सा है, जिसे कंपनी ने 2023 में 12,000 कर्मचारियों की छंटनी के बाद से जारी रखा है. कंपनी ऐसा AI पर खर्च बढ़ाने के लिए कर रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक, K&I यूनिट में काम कर रहे लगभग 20,000 लोगों को एक मेमो जारी किया गया जिसमें साफ लिखा है कि जिन कर्मचारियों का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं है या जो कंपनी की मौजूदा दिशा से खुद को नहीं जोड़ पा रहे, वे इस बायआउट ऑप्शन पर विचार कर सकते हैं.
इसमें कहा गया कि “अगर आप अपने काम से उत्साहित हैं, अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, तो आप ये विकल्प ना चुनें. हमारे पास बड़े प्लान हैं और बहुत कुछ करना बाकी है. लेकिन जो खुद को इसके लिए फिट नहीं मानते वो ये ऑफर ले सकते हैं.”
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क्या है ये बायआउट ऑफर?
बायआउट अब गूगल की नई स्ट्रैटेजी बन चुकी है. इन स्कीम्स में मिड से सीनियर लेवल के कर्मचारियों को 14 हफ्ते की सैलरी और हर साल की सर्विस के लिए एक हफ्ते का अतिरिक्त पेमेंट की बात कही गई है.
गूगल ये ऑफर फिलहाल अमेरिका के अपने दफ्तरों में दे रहा है और उन लोगों का वर्क फ्रॉम होम खत्म कर रहा है जो ऑफिस से 50 मील की दूरी तक रहते हैं. कंपनी चाहती है कि अब हाइब्रिड वर्क मॉडल को अपनाया जाए ताकि टीमों में आपसी तालमेल बेहतर हो.
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