AI से सॉफ्टवेयर बनाकर बिल गेट्स को टक्कर देंगे मस्क, शुरू की नई कंपनी; जानें Macrohard में क्‍या है खास

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने नई कंपनी मैक्रोहार्ड के नाम की घोषणा की, जो माइक्रोसॉफ्ट को एआई-आधारित सॉफ्टवेयर को चुनौती देगी. एक्स पर मस्क ने कहा कि यह नाम मजाकिया है, लेकिन प्रोजेक्ट असली है. इसके लिए मस्क ने अमेरिकी पेटेंट ऑफिस में मैक्रोहार्ड के लिए पेटेंट एप्लीकेशन दाखिल किया.

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Microsoft vs Macrohard: टेस्ला के CEO एलन मस्क (Elon Musk) ने शुक्रवार को अपनी नई कंपनी के नाम की घोषणा की है. इसका नाम है मैक्रोहार्ड (Macrohard). मस्क की यह कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर बिजनेस को चुनौती देगी. X पर एक पोस्ट में मस्क ने कंपनी शुरू करने की पुष्टि करते हुए लिखा कि यह नाम थोड़ा मजाकिया है, लेकिन प्रोजेक्ट पूरी तरह असली है. चूंकि Microsoft जैसी कंपनियां खुद कोई हार्डवेयर नहीं बनातीं, इसलिए उन्हें पूरी तरह AI के जरिए सिम्युलेट करना संभव है.

Macrohard का क्या है काम?

एलन मस्क की कंपनी Macrohard, जो xAI के तहत काम करती है, का मुख्य उद्देश्य पूरी तरह से AI-आधारित सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है.

  1. AI-ड्रिवन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट: Macrohard का लक्ष्य सॉफ्टवेयर निर्माण की प्रक्रिया को पूरी तरह से AI के जरिए सिमुलेट करना है, जिसमें कोडिंग, डिजाइन और टेस्टिंग शामिल है, ताकि पारंपरिक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की तुलना में तेजी और दक्षता बढ़े.
  2. पारंपरिक सॉफ्टवेयर कंपनियों को चुनौती: यह Microsoft जैसे सॉफ्टवेयर दिग्गजों को टक्कर देने का इरादा रखती है, AI की शक्ति का उपयोग करके सॉफ्टवेयर उद्योग में क्रांति लाने के लिए.
  3. बिना हार्डवेयर के फोकस: Macrohard पूरी तरह से सॉफ्टवेयर पर केंद्रित है, और इसका कोई हार्डवेयर निर्माण करने का इरादा नहीं है. यह AI-आधारित टूल्स और प्लेटफॉर्म्स विकसित करेगी.
  4. मानव वैज्ञानिक खोज को तेज करना: xAI के व्यापक मिशन के तहत, Macrohard का लक्ष्य AI का उपयोग करके मानव वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति को तेज करना है, खासकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में.

पेटेंट के लिए किया आवेदन

रिपोर्ट्स के अनुसार, एलन मस्क की कंपनी xAI ने 1 अगस्त को अमेरिका के पेटेंट ऑफिस में मैक्रोहार्ड के लिए पेटेंट एप्लीकेशन दाखिल किया. xAI के आवेदन में बताया गया है कि मैक्रोहार्ड कई तरह की एआई-आधारित सेवाएं दे सकता है, जैसे कि ऐसा सॉफ्टवेयर जो इंसान की तरह बोलने और लिखने का काम करे और ऐसा सॉफ्टवेयर जो एआई की मदद से वीडियो गेम डिजाइन करने, कोडिंग करने, चलाने और खेलने में मदद करे.

  • इंसानी आवाज और टेक्स्ट बनाने वाला सॉफ्टवेयर
  • AI की मदद से वीडियो गेम्स डिजाइन, कोड और प्ले करने वाले टूल्स

पहले भी दे चुके हैं संकेत

पिछले महीने एक्स पर एक पोस्ट में एलन मस्क ने कहा था कि उनकी नई xAI सॉफ्टवेयर कंपनी सैकड़ों खासकर कोडिंग और इमेज/वीडियो बनाने और समझने वाले एजेंट्स बनाएगी, जो एक साथ काम करेंगे. ये एजेंट्स वर्चुअल मशीनों में इंसानों की तरह सॉफ्टवेयर के साथ काम करेंगे, जब तक कि रिजल्ट शानदार ना हो जाए.

उन्होंने आगे कहा, “यह एक बड़ी चुनौती और मुश्किल काम है, जिसमें कड़ी प्रतिस्पर्धा है! क्या आप इस कंपनी का नाम अनुमान लगा सकते हैं?” इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि मस्क जल्द ही अपनी नई कंपनी के नाम की घोषणा करेंगे.

माइक्रोसॉफ्ट के साथ मस्क के संबंध

एलन मस्क का माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और इसके CEO सत्य नडेला (Satya Nadella) के साथ पिछले कुछ सालों में रिश्ता कभी अच्छा तो कभी खराब रहा है. एक तरफ, मस्क ने ओपनएआई (OpenAI) के खिलाफ मुकदमे में माइक्रोसॉफ्ट को घसीटा, यह कहते हुए कि चैटजीपीटी (ChatGpt) बनाने वाली कंपनी ने अपने मूल मिशन को छोड़कर पैसा कमाने पर ध्यान दिया. दूसरी तरफ, मई में मस्क और नडेला ने सार्वजनिक बातचीत की, जब ग्रोक 3 मॉडल्स माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर एआई प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हुए.

हाल ही में मस्क ने माइक्रोसॉफ्ट को चेतावनी दी कि ओपनएआई उसे ‘खा जाएगा’. मस्क अपने ग्रोक 5 (Grok5) मॉडल (जो इस साल के अंत तक लॉन्च होगा) की ताकत दिखाने में लगे हैं और कह रहे हैं कि ग्रोक 4 भी बाकी एआई मॉडल्स से बेहतर है. दूसरी ओर, माइक्रोसॉफ्ट अपनी कोपायलट फीचर्स को वेब, गिटहब और विंडोज जैसे प्लेटफॉर्म्स पर चलाने के लिए ज्यादातर ओपनएआई के एआई मॉडल्स पर निर्भर है.

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