Vikran Engineering IPO: एंकर इन्वेस्टर्स से जुटाए 232 करोड़ रुपये, ये दिग्गज नाम हैं शामिल

Vikran Engineering ने IPO से पहले एंकर इन्वेस्टर्स से 231.6 करोड़ रुपये जुटाए हैं. अब 772 करोड़ रुपये का IPO 26 से 29 अगस्त तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. कंपनी के एंकर इन्वेस्टर्स में बैंक ऑफ इंडिया म्यूचुअल फंड, SBI जनरल इंश्योरेंस सहित कई बड़े नाम शामिल हैं.

नए खुलने वाले आईपीओ Image Credit: Canva/ Money9

Vikran Engineering IPO Anchor Book: इन्फ्रास्ट्रक्चर EPC कंपनी विक्रान इंजीनियरिंग ने अपने पब्लिक इश्यू से एक दिन पहले एंकर निवेशकों से 231.6 करोड़ जुटाए हैं. कंपनी का 772 करोड़ का IPO 26 अगस्त को खुलेगा और 29 अगस्त को बंद होगा. कंपनी की तरफ से BSE को दी गई एक रेगुलेटरी फाइलिंग में इसकी जानकारी दी गई है. कंपनी ने बताया कि 2.38 करोड़ इक्विटी शेयर 14 एंकर निवेशकों को 97 रुपये प्रति शेयर के भाव पर अलॉट किए गए हैं.

इस IPO का साइज 772 करोड़ है. यह एक मिक्स इश्यू है. इसमें 721 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाने हैं. वहीं, 51 करोड़ रुपये ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के जरिये जुटाए जाएंगे. कंपनी ने शेयरों का प्राइस बैंड 92 से 97 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.

एंकर निवेशकों में कौन-कौन शामिल?

कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक एंकर बुक को सब्सक्राइब करने वाले निवेशकों में बैंक ऑफ इंडिया म्यूचुअल फंड, ITI MF, Samco MF, SBI जनरल इंश्योरेंस, Bengal Finance & Investment, VPK Global और Societe Generale जैसे नाम शामिल हैं.

कहां होगा फंड का इस्तेमाल?

कंपनी ने RHP में बताया है कि IPO से जुटाई गई रकम का इस्तेामल दो तरह से होगा. फ्रेश इश्यू से जुटाई गई रकम में से 541 करोड़ रुपये कंपनी की वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए काम लिए जाएंगे और बाकी रकम जनरल कॉर्पोरेट कामकाज में इस्तेमाल होगी. वहीं, OFS से जुटाई जाने वाली रकम उन शेयर होल्डर्स को मिलेगी, जो शेयर बेच रहे हैं.

क्या है कंपनी का बिजनेस मॉडल

मुंबई स्थित विक्रान इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) सेक्टर में तेजी से उभर रही है. कंपनी एंड-टू-एंड सेवाएं देती है. इनमें Conceptualisation, Design, Supply, Installation, Testing और Commissioning शामिल हैं.
30 जून 2025 तक कंपनी 14 राज्यों में 45 प्रोजेक्ट पूरे कर चुकी है, जिनकी कुल वैल्यू 1,920 करोड़ रही. वहीं, 16 राज्यों में 44 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, जिनका ऑर्डर बुक 5,120 करोड़ की है.

कैसी है फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 16.53% बढ़कर 916 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष यानी FY24 में यह 786 करोड़ था. इसी अवधि में नेट प्रॉफिट 4% बढ़कर 78 करोड़ हुआ, जो FY24 में 75 करोड़ था. इस तरह कंपनी लगातार प्रॉफिट रिपोर्ट कर रही है. मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि मजबूत ऑर्डर बुक, ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड और बड़े निवेशकों की मौजूदगी इस IPO को निवेशकों के लिए आकर्षक बना सकती है. हालांकि, कंपनी की सरकारी और PSU टेंडर्स पर निर्भरता, वर्किंग कैपिटल जरूरतें और रेलवे बोर्ड का पूर्व बैन जैसे फैक्टर्स रिस्क बने हुए हैं.

प्री-IPO प्लेसमेंट और बड़े निवेशक

इस IPO से पहले कंपनी को द वेल्थ कंपनी, आशीष कचोलिया और मुकुल अग्रवाल जैसे दिग्गज निवेशकों से भी सपोर्ट मिला है. इसे लेकर निवेशकों के बीच कंपनी की साख मजबूत हुई है. इस इश्यू के लिए पेंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स और सिस्टमेटिक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं, जबकि बिगशेयर सर्विसेज रजिस्ट्रार है. कंपनी के शेयर BSE और NSE दोनों पर लिस्ट होंगे.