मेरठ की कंपनी ला रही IPO, इतने रुपये में मिलेंगे 2000 शेयर; जानें- बिजनेस मॉडल और प्राइस बैंड
Rachit Prints IPO: उत्तर प्रदेश के मेरठ में हेडक्वार्टर वाली यह कंपनी बुने हुए फैब्रिक, प्रिंटेड फैब्रिक, तकिये के लिए फैब्रिक और ब्लाइंडिंग टेप बनाती है.इस इश्यू के जरिए रचित प्रिंट्स ने 19.5 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. यह पब्लिक ऑफर जल्द ही ओपन होने वाला है.

Rachit Prints IPO: मैट्रेस इंडस्ट्री के लिए स्पेशल फैब्रिक मैन्युफैक्चरर रचित प्रिंट्स लिमिटेड अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लेकर आ रही है. कंपनी का पब्लिक ऑफर 1 सितंबर 2020 को खुलेगा और 3 सितंबर को बंद होगा. इस इश्यू के जरिए रचित प्रिंट्स ने 19.5 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. आईपीओ के लिए कंपनी ने प्राइस बैंड तय कर दिए हैं, जो 140-149 रुपये प्रति शेयर है और मिनिमम लॉट साइज 1,000 इक्विटी शेयरों का है. इसके शेयर बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने के लिए प्रस्तावित हैं. एक व्यक्तिगत निवेशक (रिटेल) के लिए न्यूनतम निवेश राशि 2,80,000.00 रुपये (2,000 शेयर) है.
किसके लिए कितना शेयर रिजर्व?
इस आईपीओ में बुक-बिल्डिंग के जरिए 10 रुपये प्रति शेयर फेस वैल्यू के 13,08,000 फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. इनमें से 66,000 शेयर मार्केट मेकर के लिए, 26,000 शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 6,08,000 शेयर हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNI) और 6,08,000 शेयर रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हैं. खंबाटा सिक्योरिटीज लिमिटेड इश्यू के लिए एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर है और माशितला सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड रजिस्ट्रार है.
पैसे का क्या करेगी कंपनी?
रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, रचित प्रिंट्स का इरादा वर्किंग कैपिटल की आवश्यकताओं के लिए 9.5 करोड़ रुपये, प्लांट और मशीनरी पर खर्च के लिए 4.4 करोड़ रुपये, टर्म लोन के प्री-पेमेंट के लिए 1.32 करोड़ रुपये और शेष राशि सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए निर्धारित करने का है.
क्या बनाती है कंपनी?
उत्तर प्रदेश के मेरठ में हेडक्वार्टर वाली यह कंपनी बुने हुए फैब्रिक, प्रिंटेड फैब्रिक, तकिये के लिए फैब्रिक और ब्लाइंडिंग टेप बनाती है. साथ ही रजाई और चादरों का भी व्यापार करती है. इसकी मैन्युपैक्चरिंग फैसिलिटी भारत, जर्मनी, तुर्किये और चीन से प्राप्त मशीनरी से लैस है. बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) मॉडल पर काम करते हुए, यह स्लीपवेल, कुर्लोन एंटरप्राइजेज लिमिटेड और प्राइम कम्फर्ट प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड जैसे प्रमुख ब्रांड्स को प्रोडक्ट्स की स्पलाई करती है और इसकी बिक्री कई राज्यों में फैली हुई है.
कब हुई थी शुरुआत?
अनुपम कंसल द्वारा 2003 में स्थापित, रचित प्रिंट्स को कपड़ा मंत्रालय की अमेंडेड टक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड स्कीम (ATUFS) के तहत सब्सिडी का लाभ मिलता है. कंसल, जिनके पास उद्योग में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है, कंपनी के रणनीतिक और वित्तीय संचालन की देखरेख करते हैं.
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने 41.70 करोड़ रुपये का ऑपरेशनल रेवेन्यू और 4.56 करोड़ रुपये का PAT दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2024 में 37.08 करोड़ रुपये के रेवेन्यू और 2.03 करोड़ रुपये के PAT से अधिक है.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
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