Gin vs Vodka: टेस्ट, एनर्जी और हेल्थ के हिसाब से कौन-सी ड्रिंक बेहतर; जानें क्या है असली फर्क

जिन और वोदका दोनों ही रंगहीन और लोकप्रिय स्पिरिट्स हैं, लेकिन इनके स्वाद, बनाने की प्रक्रिया और असर में बड़ा अंतर है. कौन-सी ड्रिंक ज्यादा हेल्दी है, किसमें ज्यादा अल्कोहल होता है और आपके लिए बेहतर विकल्प क्या हो सकता है- जानिए पूरी डिटेल.

जिन बनाम वोदका- कौन बेहतर? Image Credit: @AI/Money9live

Gin vs Vodka Difference: क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आपने क्लियर कॉकटेल ऑर्डर किया हो, यह सोचकर कि उसमें वोदका होगा, लेकिन पहला घूंट लेते ही जिन की तेज खुशबू और पाइन जैसा स्वाद महसूस हुआ हो? अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं. जिन और वोदका दोनों ही रंगहीन, डिस्टिल्ड और दुनिया भर में लोकप्रिय स्पिरिट्स हैं, इसलिए अक्सर लोग इन्हें एक-दूसरे से कंफ्यूज कर लेते हैं. लेकिन ग्लास में एक जैसे दिखने वाले ये दोनों ड्रिंक्स असल में स्वाद, बनाने की प्रक्रिया और इस्तेमाल के मामले में काफी अलग हैं. आइए विस्तार से इसके बारे में जानकारी देते हैं.

जिन और वोदका में असली फर्क क्या है?

जिन और वोदका का सबसे बड़ा अंतर उनके स्वाद और पहचान में छुपा है. वोदका को खास तौर पर इस तरह बनाया जाता है कि उसका स्वाद लगभग न्यूट्रल हो. न ज्यादा खुशबू, न कोई खास फ्लेवर बस एक साफ और हल्की स्पिरिट, जो कॉकटेल में बाकी चीजों को उभरने देती है. यही वजह है कि वोदका मिक्स्ड ड्रिंक्स के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है.

वहीं जिन बिल्कुल उलट है. जिन में स्वाद उसकी पहचान है. नियमों के मुताबिक जिन में जुनिपर बेरी का होना जरूरी है, जो उसे पाइन जैसा खास टेस्ट देती है. इसके अलावा इसमें संतरे के छिलके, धनिया, इलायची, एंजेलिका रूट जैसे कई बोटैनिकल्स मिलाए जाते हैं, जिससे इसका स्वाद हर्बल, साइट्रसी या फ्लोरल हो सकता है.

जिन और वोदका कैसे बनाए जाते हैं?

दोनों की शुरुआत एक जैसी होती है. अनाज या स्टार्च से बनी फर्मेंटेड शराब से. लेकिन इसके बाद दोनों के रास्ते अलग हो जाते हैं.

वोदका बनाने की प्रक्रिया

वोदका का मकसद होता है ज्यादा से ज्यादा शुद्धता. इसे कई बार डिस्टिल किया जाता है और चारकोल जैसे फिल्टर से गुजारा जाता है, ताकि लगभग सारे फ्लेवर और अशुद्धियां हट जाएं. नतीजा होता है एक बेहद साफ स्पिरिट, जिसमें स्वाद का फर्क बहुत हल्का होता है.

जिन बनाने की प्रक्रिया

जिन भी न्यूट्रल स्पिरिट से शुरू होती है, लेकिन इसके बाद इसमें बोटैनिकल्स मिलाए जाते हैं. जुनिपर बेरी इसकी जान है, लेकिन बाकी जड़ी-बूटियां और मसाले हर ब्रांड को अलग पहचान देते हैं. यही वजह है कि हर जिन का स्वाद थोड़ा अलग होता है.

सेहत के लिहाज से कौन बेहतर है?

अगर सिर्फ कैलोरी की बात करें, तो वोदका थोड़ा आगे निकल जाती है. USDA के मुताबिक 30 ml वोदका में करीब 65 कैलोरी होती हैं, जबकि इतनी ही मात्रा की जिन में लगभग 74 कैलोरी होती हैं. कम कैलोरी वाला ड्रिंक चुनना हो तो वोदका के साथ नींबू और सोडा वाला कॉकटेल एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है. वहीं क्लासिक जिन-एंड-टॉनिक आमतौर पर 90 से 100 कैलोरी के आसपास होता है.

क्या जिन वोदका से ज्यादा स्ट्रॉन्ग होती है?

अल्कोहल स्ट्रेंथ यानी ABV के मामले में दोनों लगभग बराबर हैं. ज्यादातर जिन और वोदका 37 फीसदी से 40 फीसदी ABV के बीच मिलती हैं. कुछ खास जिन (जैसे नेवी स्ट्रेंथ) ज्यादा मजबूत हो सकती हैं, लेकिन आम तौर पर अगर दोनों की ABV समान हो, तो 30 ml जिन और 30 ml वोदका शरीर पर बराबर असर डालती हैं. यानी साफ शब्दों में कहें तो न जिन ज्यादा स्ट्रॉन्ग है, न वोदका, फर्क सिर्फ स्वाद और अनुभव का है.

ये भी पढे़ं- आम से लेकर जामुन वाइन तक, इंटरनेशनल मार्केट में झंडे गाड़ रही भारतीय शराब; एक्सपोर्ट हुआ डबल