Gold Rate Today: मांग में भारी कमी के चलते दिल्ली में सोने का भव टूटा, चांदी ने लगाई छलांग

मांग में कमी के चलते दिल्ली के सराफा बाजार में सोने के दाम में कमी देखने को मिली है. सोमवार को दिल्ली में सोने का भाव 300 रुपये टूटकर 1,32,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. हालांकि, इस दौरान चांदी के दाम में 1,500 रुपये उछाल देखने को मिला है.

सोने की कीमत Image Credit: tv9 bharatvarsh

दिल्ली के सराफा बाजार में सोमवार को सोने की कीमत 300 रुपये गिरकर 1,32,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई. ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के मुताबिक बीते कारोबारी दिन सोना 1,32,900 रु पर बंद हुआ था. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय बाजारों में मांग कमजोर रहने और निवेशकों की सतर्क रणनीति से प्रेशर देखने को मिला.

चांदी में तेज उछाल

इसके उलट चांदी 1,500 रु उछलकर 1,85,000 रु प्रति किलो पर पहुंच गई. पिछले सत्र में यह 1,83,500 रु पर बंद हुई थी. यह लगातार दूसरा दिन है, जब चांदी में मजबूत तेजी दर्ज हुई है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में शुक्रवार को चांदी 3.84% की छलांग के साथ 59.33 डॉलर प्रति आउंस के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने के बाद हल्की गिरावट के साथ 58.39 डॉलर पर स्थिर हुई थी.

ग्लोबल मार्केट में हल्की तेजी

अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 0.18% बढ़कर 4,205.26 डॉलर प्रति आउंस पर ट्रेड कर रहा था. Mirae Asset ShareKhan के हेड ऑफ कमोडिटीज प्रवीण सिंह ने कहा कि फेडरल रिजर्व की 10 दिसंबर की FOMC मीटिंग से पहले गोल्ड में वोलैटिलिटी बढ़ी है. बाजार अनुमान लगा रहा है कि नरम नीति रुख और रेट आउटलुक के संकेत मिलने पर गोल्ड में और तेजी आ सकती है.

अनिश्चितताओं से सपोर्ट

PL Wealth Management के CEO इंदरबीर सिंह जॉली के मुताबिक, “गोल्ड ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच एक मजबूत वैल्यू प्रिजर्वर बना हुआ है. सेंट्रल बैंक लगातार खरीद बढ़ा रहे हैं और महंगाई के खिलाफ हेज के रूप में इसकी अहमियत और बढ़ी है.” उन्होंने कहा कि संस्थागत से लेकर रिटेल पोर्टफोलियो तक में गोल्ड की हिस्सेदारी बढ़ रही है.

डिजिटल गोल्ड में तेज बढ़त

जॉली ने बताया कि डिजिटल गोल्ड में ट्रांजेक्शन 12% से अधिक बढ़े हैं. ETF इनफ्लो भी मजबूत बना हुआ है, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है. उन्होंने कहा कि घरेलू बाजार में निवेशक पोर्टफोलियो को सेफ-हेवन एसेट्स की ओर रीबैलेंस कर रहे हैं.

2026 में अपसाइड दम

विशेषज्ञों का मानना है कि भू-राजनीतिक जोखिम, डॉलर की कमजोरी और 2026 की शुरुआत में संभावित रेट कट्स गोल्ड को मजबूत सपोर्ट दे सकते हैं. जॉली के अनुसार, “निकट भविष्य में गोल्ड सपोर्टेड रहेगा और ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच इसमें अपसाइड की पूरी संभावना है.”