Nifty Outlook 9 Dec: इंट्रा-डे में उछाल आने पर भी दिख सकता है सेलिंग प्रेशर, 25700 तक गिरावट संभव

सोमवार को गिरावट के बाद निफ्टी 26,000 के नीचे बंद हुआ और शॉर्ट टर्म ट्रेंड कमजोर दिख रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार मंगलवार को मार्केट में वोलैटिलिटी बनी रहेगी. एक्सपर्ट्स ने बताया कि 25,850–25,700 प्रमुख सपोर्ट जोन है जबकि 26,200–26,300 के ऊपर क्लोज ही रिकवरी का संकेत देगा.

शेयर बाजार Image Credit: Gemini AI

भारतीय शेयर बाजार सोमवार को कमजोरी के साथ बंद हुआ जहां निफ्टी 26,000 से नीचे फिसल गया और सेंसेक्स में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली. निफ्टी 225.90 अंक टूटकर 25,960.55 पर बंद हुआ. मंगलवार यानी 9 दिसंबर के ट्रेड से पहले एक्सपर्ट्स का फोकस यह है कि क्या निफ्टी में अब और गिरावट दिखेगी या 26,000 के आसपास रिकवरी मिल सकती है. एक्सपर्ट्स की राय के मुताबिक, मंगलवार के लिए निफ्टी का टेक्निकल ट्रेंड दबाव में है और इंट्रा-डे में उछाल आए तो भी सेलिंग प्रेशर दिख सकता है.

फिर से बेरिश क्रॉसओवर में गए आरएसआई

LKP सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे ने कहा कि निफ्टी में शुक्रवार की पॉलिसी वाली तेजी के बाद उम्मीद थी कि मार्केट का मोमेंटम जारी रहेगा, लेकिन सोमवार को आई गिरावट ने शॉर्ट टर्म ट्रेंड पूरी तरह बदल दिया. उन्होंने कहा कि निफ्टी का 26,000 के नीचे बंद होना और 21 ईएमए के नीचे जाना मार्केट स्ट्रक्चर को कमजोर दिखाता है. आरएसआई का फिर से बेरिश क्रॉसओवर में जाना बताता है कि खरीदारी की ताकत कम हो रही है और बेचने का दबाव बढ़ सकता है. रूपक डे का कहना है कि जब तक निफ्टी 26,100 के ऊपर क्लोज नहीं होता, रिवर्सल की उम्मीद सीमित है. शॉर्ट टर्म में निफ्टी के 25,730 तक फिसलने की संभावना ज्यादा है और हर उछाल पर बिकवाली हावी रह सकती है.

बढ़ेगी वोलैटिलिटी

Centrum ब्रोकिंग के टेक्निकल एंड डेरिवेटिव रिसर्च हेड नीलेश जैन के अनुसार, मार्केट तेजी के मुकाबले गिरावट के प्रति ज्यादा संवेदनशील है. 21 डीएमए के नीचे बंद होना, एमएसीडी पर सेल सिग्नल और आरएसआई में बेरिश डाइवर्जेंस- मिलकर मार्केट को कंसॉलिडेशन या डाउन मूव की तरफ धकेल रहे हैं. जैन के अनुसार, निफ्टी 25,800–26,200 की रेंज में घूम सकता है और इंडिया विक्स का 7 प्रतिशत उछलना बताता है कि वोलैटिलिटी बढ़ेगी. उनके अनुसार इस समय ट्रेडर्स को बड़ी पोजिशन या ओवर-लेवरेज से बचकर चलना चाहिए.

निफ्टी 25,900–26,200 की रेंज में कंसॉलिडेट करेगा

Bajaj ब्रोकिंग रिसर्च ने कहा कि निफ्टी ने बड़ा बेयर कैंडल बनाया और 26,000 के नीचे क्लोज किया, यह संकेत है कि शुक्रवार की रिकवरी टिक नहीं पाई. अगर निफ्टी 25,890 के नीचे जाता है, तो गिरावट 25,750–25,700 तक बढ़ सकती है, लेकिन अगर यह लेवल नहीं टूटता तो निफ्टी 25,900–26,200 की रेंज में कंसॉलिडेट करेगा. ब्रोकरेज के अनुसार, 25,900–25,700 का जोन आने वाले दिनों के लिए महत्वपूर्ण सपोर्ट है क्योंकि यहीं 50 डीईएमए और ट्रेंड चैनल सपोर्ट मिलता है.

25,850 के आसपास ट्रेंडलाइन सपोर्ट

Angel One के इक्विटी टेक्निकल एनालिस्ट राजेश भोसले ने कहा कि निफ्टी इस समय सपोर्ट को टेस्ट भी कर रहा है और टूटने के जोखिम में भी है. उन्होंने बताया कि 25,850 के आसपास ट्रेंडलाइन सपोर्ट और तीन सप्ताह का लो, दोनों मिलते हैं, इसलिए यह निफ्टी का क्रूशियल लेवल है. इसके नीचे ब्रेक होने पर 25,700 तक गिरावट संभव है. उन्होंने कहा कि निफ्टी में सस्टेनेबल रिकवरी तभी मानी जाएगी जब इंडेक्स 26,200–26,300 के ऊपर क्लोज करे.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.