Gold Rate Today: फिर तमतमाया सोना, 630 रुपये चढ़कर एक लाख के पार पहंची कीमत, चांदी ने भी दिखाए तेवर
ट्रंप टैरिफ और डॉलर की कमजोरी ने सोने की मांग बढ़ा दी है. निवेशक डॉलर के मुकाबले सुरक्षित निवेश माने जाने वाले गोल्ड में पैसा लगा रहे हैं. यही वजह है कि हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली. तो आज कितनी बढ़ गई कीमत, देखें डिटेल.

Gold and Silver rate today: यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम के चलते बाजार में अनिश्चितता का महौल है. साथ ही अमेरिकी बाजार में डॉलर के कमजोर होने की वजह से सोने की डिमांड बढ़ रही है. निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर दोबारा रुख कर रहे हैं. यही वजह है सोना फिर तमतमाने लगा है. इंटरनेशनल मार्केट से लेकर भारतीय बाजार तक में आज सोना छलांग लगा रहा है. वहीं एमसीएक्स पर चांदी में भी तेजी देखने को मिली.
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर 8 अगस्त को सोने की कीमत 630 रुपये चढ़कर 102,098 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता दिखा. वहीं चांदी MCX पर 557 रुपये बढ़त के साथ 114,843 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड करती नजर आई. वहीं इंटरनेशनल मार्केट में शुक्रवार को स्पॉट गोल्ड 0.53 फीसदी की बढ़त के साथ 3,389.92 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता नजर आया.
रिटेल में भी दिखी तेजी
रिटेल लेवल पर भी सोने में आज तेजी दर्ज की गई. तनिष्क की वेबसाइट के मुताबिक शुक्रवार को 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 102980 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, जबकि 7 अगस्त को इसकी कीमत 102760 रुपये थी, यानी हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सोना महंगा हो गया. वहीं 22 कैरेट सोने की कीमत आज 94400 रुपये दर्ज किया गया, जो 7 अगस्त को 94200 रुपये प्रति 10 ग्राम था. इसकी कीमतों में भी तेजी देखने को मिली.
क्यों महंगा हुआ सोना?
शुक्रवार यानी 8 अगस्त 2025 की सुबह घरेलू वायदा बाजार में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से ऊर्जा खरीदने के कारण भारत के आयात पर टैरिफ को दोगुना कर 50% कर दिया है, जिसका असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ने की आशंका है. इससे निवेशक चिंता में हैं. सोने की कीमतों में यह तेजी वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के कारण आई है. ट्रंप के टैरिफ ने न केवल भारत, बल्कि कई दूसरे देशों के साथ व्यापार युद्ध की आशंका को बढ़ा दिया है. ऐसी स्थिति में निवेशक जोखिम भरे निवेशों से बचकर सोने जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं. इसके अलावा, कमजोर अमेरिकी डॉलर ने भी सोने को और आकर्षक बना दिया है.
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