डॉयचे बैंक रिसर्च का दावा, 2026 में फिर रॉकेट बनेगा गोल्ड, दाम में आएगी 25% तक की रैली, ये बताई वजह
2026 में सोना रिकॉर्ड स्तर छू सकता है. डॉयचे बैंक रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक गोल्ड की कीमत 2026 में 4 लाख रुपये प्रति आउंस से ऊपर जा सकती हैं. इसके साथ ही इस रिपोर्ट में सिल्वर और प्लेटिनम जैसी कीमती धातुओं के भाव को लेकर भी प्रेडिक्शन किया गया है.
2026 सोने के लिए ऐतिहासिक साल साबित हो सकता है. डॉयचे बैंक रिसर्च के गोल्ड आउटलुक में अनुमान लगाया गया है कि गोल्ड अगले रॉकेट बन सकता है. घरेलू बाजार में इसकी कीमतें 4950 डॉलर प्रति आउंस यानी करीब (4 लाख रुपये प्रति 30 ग्राम) ग्राम के स्तर को पार कर सकती हैं. इस तरह मौजूदा स्तर 3,950/oz से गोल्ड के दाम में 25% की रैली आ सकती है. इसके साथ ही सिल्वर को लेकर बताया गया है कि जल्द चांदी का भाव 1.90 लाख रुपये प्रति किलो से ज्यादा हो सकता है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2026 में गोल्ड की कीमतें नई उड़ान भरने को तैयार हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड का दाम औसतन 4,450 डॉलर प्रति आउंस से 4,950 डॉलर प्रति आउंस तक जा सकता है. इस तरह घरेलू बाजार में सोना अगले साल 3.80 लाख से 4.10 लाख रुपये प्रति आउंस की रेंज में ट्रेड कर सकता है.

किस वजह से आएगी तूफानी तेजी?
रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक पिछले दो साल से आक्रामक तरीके से गोल्ड खरीद रहे हैं. रिजर्व मैनेजर्स के के ताजा सर्वे दिखाते हैं कि 2026 में बैंक गोल्ड को ज्यादा वरीयता देंगे. Q3 में ऑफिशियल डिमांड रिकॉर्ड स्तरों के करीब पहुंच चुकी है. यही तेज गति 2026 में पूरी रैली के लिए ईंधन का काम करेगी.
ETF में जोरदार डिमांड
चार वर्षों की लंबी बिकवाली के बाद 2025 में ETF डिमांड ने तेजी से रिवर्सल लिया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि 3,900 डॉलर प्रति आउंस का स्तर गोल्ड का मजबूत सपोर्ट बनेगा. इसका मतलब है कि बाजार में गिरावट की संभावना बेहद कम.
सप्लाई में तंगी जारी
माइनिंग प्रोडक्शन 2026 में भी बहुत ज्यादा बढ़ने की स्थिति में नहीं है. कई प्रमुख प्रोजेक्ट्स में रिकवरी धीमी है और रिसाइकल्ड गोल्ड सप्लाई भी औसत से नीचे है. इससे ग्लोबल सप्लाई डिमांड गैप और सख्त हो जाएगा, जो कीमतों को ऊपर धकेलने का बड़ा ट्रिगर होगा.
जूलरी डिमांड घटी पर इन्वेस्टमेंट जारी
गोल्ड की कीमतें शीर्ष पर हैं. इसका सीधा असर जूलरी डिमांड पर देखने को मिल रहा है. लेकिन, इस बीच इन्वेस्टमेंट डिमांड में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है.ETF, गोल्ड बार और कॉइन की डिमांड इतनी मजबूत बनी हुई है कि कुल डिमांड में अब इनकी हिस्सेदारी सबसे ज्यादा हो गई है. यह 2026 की रैली को स्थिर आधार देता है.
व्हाइट मेटल्स में दिखेगी चकम
रिपोर्ट के मुताबिक 2026 में सिल्वर का भाव 55 डॉलर प्रति आउंस तक जा सकता है, भारत में यह लगभग 1,90,000 प्रति किलो के करीब होगा. इसी तरह प्लेटिनम लगातार 13% के सप्लाई डेफिसिट के चलते कीमत में सहारा देगा.
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