भारत की औद्योगिक उत्पादन ग्रोथ रेट में बढ़ोतरी, जुलाई में 3.5% पर पहुंची; स्टील और सीमेंट उद्योगों में जबरदस्त बढ़त
IIP Growth Rate: हालांकि, ब्रॉडर इंडेक्स दबाव में बना हुआ है. एक्सपोर्ट ओरिएंटेड मैन्युफैक्चरर्स को नई अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है.स्टील और सीमेंट उद्योगों में जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई. स्टील प्रोडक्शन में 12.8 फीसदी की ग्रोथ हुई, जो 21 महीनों में सबसे तेज वृद्धि है.
IIP Growth Rate: भारत की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर जून के 1.5 फीसदी से बढ़कर जुलाई में 3.5 फीसदी हो गई. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2025 के लिए माइनिंग, मैन्युफैक्चरिंग और पावर तीनों सेक्टर्स की वृद्धि दर क्रमशः 7.2 फीसदी, 5.4 फीसदी और 0.6 फीसदी है.
प्रमुख उद्योगों का प्रदर्शन
यह वृद्धि आठ प्रमुख उद्योगों के प्रदर्शन के विपरीत है, जिनका औद्योगिक उत्पादन इंडेक्स (IIP) में कुल मिलाकर 40 फीसदी का वेटेज है. जुलाई में प्रमुख क्षेत्रों की वृद्धि दर घटकर 2 फीसदी रह गई, जो एक महीने पहले 2.2 फीसदी थी, जबकि चार उद्योगों में कॉन्ट्रैक्शन दर्ज किया गया.
स्टील और सीमेंट उद्योगों में जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई. स्टील प्रोडक्शन में 12.8 फीसदी की ग्रोथ हुई, जो 21 महीनों में सबसे तेज वृद्धि है. जबकि सीमेंट उत्पादन में 11.7 फीसदी की वृद्धि हुई, जो चार महीनों का उच्चतम स्तर है. बिजली उत्पादन में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
ब्रॉडर इंडेक्स
हालांकि, ब्रॉडर इंडेक्स दबाव में बना हुआ है. एक्सपोर्ट ओरिएंटेड मैन्युफैक्चरर्स को नई अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 27 अगस्त से लागू किया गया 50 प्रतिशत टैरिफ, वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में उत्पादन की गति को प्रभावित कर सकता है.
उपयोग-आधारित
जुलाई में प्राथमिक वस्तुओं का उत्पादन 1.7 फीसदी घटा, जबकि पिछले महीने इसमें 2.7 फीसदी की गिरावट आई थी. कैपिटल गुड्स में जून के 3 फीसदी की तुलना में 5 फीसदी की वृद्धि हुई. इंटरमीडिएट वस्तुओं में पिछले महीने के 5.5 फीसदी की वृद्धि की तुलना में 5.8 फीसदी की वृद्धि हुई. इंफ्रास्ट्रक्चर गुड्स में पिछले महीने के 6.7% की तुलना में 7.2% की वृद्धि हुई. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स गुड्स में पिछले महीने के 0.9% की गिरावट की तुलना में 2.9% की वृद्धि हुई. कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स गुड्स का उत्पादन 1% की गिरावट की तुलना में 0.4% कम हुआ.