दो साल के हाई लेवल पर इंडस्ट्रियल आउटपुट ग्रोथ, नवंबर में 6.7 फीसदी पर पहुंची

अक्टूबर में गिरावट के बाद नवंबर में कोर सेक्टर का आउटपुट 1.8 फीसदी बढ़ा. कोर इंडस्ट्रीज में यह सुधार मुख्य रूप से स्टील और सीमेंट उत्पादन में तेजी के कारण हुआ. NSO के आंकड़ों से पता चला है कि नवंबर 2025 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का आउटपुट पिछले साल इसी महीने के 5.5 फीसदी से बढ़कर 8 प्रतिशत हो गया.

इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़े. Image Credit: freepik

नवंबर में भारत का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन तेजी से बढ़ा, जिससे इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) 6.7 फीसदी बढ़ गया, जो 25 महीनों में सबसे ज्यादा है. जबकि पिछले महीने यह 0.4 फीसदी पर था. यह सुधार कोर सेक्टर इंडस्ट्रीज में रिकवरी को दिखाता है, जिनका IIP में कुल मिलाकर लगभग 40 फीसदी हिस्सा है.

कोर सेक्टर का आउटपुट

जारी डेटा के अनुसार, अक्टूबर में गिरावट के बाद नवंबर में कोर सेक्टर का आउटपुट 1.8 फीसदी बढ़ा. कोर इंडस्ट्रीज में यह सुधार मुख्य रूप से स्टील और सीमेंट उत्पादन में तेजी के कारण हुआ, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े सेक्टरों में महीनों की उतार-चढ़ाव वाली गति के बाद कुछ राहत मिली. यह सुधार साल के आखिर में कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर एक्टिविटी में मजबूती का संकेत देता है.

बिजली उत्पादन

बिजली उत्पादन, जो साल की शुरुआत में ग्रोथ का एक मुख्य ड्राइवर था, नवंबर में नेगेटिव रहा. अक्टूबर में 6.9 फीसदी की ग्रोथ की तुलना में आउटपुट में 2.2 फीसदी की गिरावट आई, जो मॉनसून के बाद डिमांड में कमी और मौसम से जुड़ी अस्थिरता को दिखाता है.

फैक्ट्री आउटपुट

सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के संदर्भ में मापा गया फैक्ट्री आउटपुट, नवंबर 2024 में 5 फीसदी बढ़ा था. पिछला उच्चतम स्तर नवंबर 2023 में 11.9 फीसदी दर्ज किया गया था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने पिछले महीने जारी 0.4 फीसदी के अस्थायी अनुमान से अक्टूबर 2025 के लिए औद्योगिक उत्पादन वृद्धि को संशोधित कर 0.5 फीसदी कर दिया है.

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का आउटपुट

NSO के आंकड़ों से पता चला है कि नवंबर 2025 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का आउटपुट पिछले साल इसी महीने के 5.5 फीसदी से बढ़कर 8 प्रतिशत हो गया. खनन उत्पादन में 5.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी.

वित्त वर्ष 26 की अप्रैल-नवंबर अवधि के दौरान, देश के औद्योगिक उत्पादन वृद्धि में पिछले साल इसी अवधि के 4.1 प्रतिशत की तुलना में 3.3 प्रतिशत की गिरावट आई.

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