India Trade Deficit: 8 महीने के शीर्ष पर पहुंचा व्यापार घाटा, जुलाई में बढ़कर 27 अरब डॉलर पहुंचा
भारत का व्यापार घाटा जुलाई 2025 में 27.35 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. यह 8 महीने का शीर्ष स्तर है. इससे पहले पिछले साल नवंबर में व्यापार घाटा 37 अरब डॉलर से ज्यादा रहा था, तो अब तक का सबसे ज्यादा है. माना जा रहा है कि व्यापार घाटे के पीछे टैरिफ का असर हो सकता है.
India Trade Deficit: भारत का व्यापार घाटा जुलाई में तेजी से बढ़कर 27.35 अरब डॉलर हो गया है. इससे पहले जून में यह 18.78 अरब डॉलर रहा था. गुरुवार को कॉमर्स मिनिस्ट्री की तरफ से भारतीय व्यापार के आंकड़े जारी किए गए. इन आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में भारत का कुल निर्यात 37.24 अरब डॉलर रहा, जबकि आयात बढ़कर 64.59 अरब डॉलर हो गया, जिसकी वजह से व्यापार घाटा 8 महीने के शीर्ष पर पहुंच गया है.
सालाना आधार पर कितना बढ़ा आयात?
सालाना आधार पर जुलाई में आयात 8.6% बढ़कर 64.59 अरब डॉलर रहा और निर्यात 7.3% बढ़कर 37.24 बिलियन रहा. इस दौरान व्यापार घाटा इकोनॉमिस्ट की राय से ज्यादा रहा. रॉयटर्स की तरफ से किए गए अर्थशास्त्रियों के एक पोल में जुलाई में व्यापार घाटे का अनुमान 20.35 अरब डॉलर का रखा गया था. लेकिन, घाटा अनुमान से ज्यादा रहा है.
क्यों बढ़ा भारत का घाटा
भारत के व्यापार घाटे में बढ़ोतरी के पीछे भारतीय निर्यातकों पर बढ़ता टैरिफ दबाव रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं के आयात पर 50% टैरिफ लगाने का एलान किया है. इसमें से 25 फीसदी टैरिफ 7 अगस्त से लागू हो गया है. वहीं, 25 फीसदी 27 अगस्त से लागू हो सकता है. अप्रैल–जुलाई में भारत से अमेरिका को निर्यात 33.53 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल 27.57 अरब डॉलर था. वहीं, इस साल अप्रैल से जुलाई के दौरान भारत का कुल व्यापार घाटा 94.43 अरब डॉलर रहा है.
क्या होगा घाटे का असर?
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि India Export Challenges और India Import Growth का मिश्रित असर अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है. निर्यातकों को अमेरिकी बाजार में टैरिफ और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच नई रणनीतियां अपनानी होंगी. इस दौर में India Trade Data, India US Trade Update, और India Economy News निवेशकों के लिए अहम संकेतक बन गए हैं. Trade Deficit and US Tariffs को लेकर आगामी माह में और अधिक स्पष्टता मिलने की उम्मीद है.