Rubicon Research IPO: 9 अक्टूबर से खुलेगा इश्यू, 461-485 रुपये प्राइस बैंड, चीता बना GMP

Rubicon Research IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 9 अक्टूबर से खुल रहा है. कंपनी बाजार से 1377.5 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. यह एक मिक्स इश्यू होगा, जिसमें फ्रेश इश्यू और OFS दोनों शामिल होंगे. इसके लिए प्राइस बैंड 461 से 485 रुपये तय किया गया है.

Rubicon Research IPO Image Credit: Canva, Company Website

फार्मा कंपनी Rubicon Research ने अपने IPO का ऐलान के बाद अब प्राइस बैंड भी घोषित कर दिया है. कंपनी ने प्रति शेयर 461 से 485 का प्राइस बैंड तय किया है. IPO के जरिये Rubicon Research भारतीय बाजार से कुल 1377.5 करोड़ जुटाना चाहती है. यह एक मिक्स इश्यू है. इसमें फ्रेश शेयरों के साथ ही ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये भी शेयर बेचे जाएंगे. इसके लिए सब्सक्रिप्शन 9 अक्टूबर से शुरू होगा और 13 अक्टूबर को बंद होगा. वहीं एंकर निवेशक 8 अक्टूबर को बिडिंग करेंगे.

IPO का स्ट्रक्चर और मकसद

Rubicon Research IPO में फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों शामिल हैं. कंपनी की तरफ से RHP में दी गई जानकारी के मुताबिक फ्रेश इश्यू के जरिए जुटाए जाने वाले 310 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी अपना कर्ज चुकाने के लिए करेगी, जबकि शेष राशि का उपयोग अधिग्रहण, रणनीतिक पहलों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा. कंपनी का कहना है कि यह कदम उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत करने और व्यवसायिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए उठाया गया है.

प्रमोटर और शेयरधारक स्थिति

साल 2025 में General Atlantic ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा ट्रांसफर किया है. सितंबर में 28.89 लाख शेयर 140 करोड़ रुपये में बेचे गए. जबकि, अगस्त में 51.60 लाख शेयर 250 करोड़ में ट्रांसफर किए गए. इसके बावजूद General Atlantic Rubicon Research में 52.15 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मुख्य शेयरधारक है. कंपनी के अन्य प्रमोटर्स में कंपनी के अन्य प्रमोटर्स में प्रतिभा पिलगांवकर, सुधीर डी. पिलगांवकर, पराग एस. संचेती, सुरभि पी. संचेती और सुमंत एस. पिलगांवकर शामिल हैं.

क्या करती है कंपनी?

Rubicon Research एक फार्मास्यूटिकल फॉर्मुलेशंस कंपनी है, जो रिसर्च और इनोवेशन पर जोर देती है. कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में स्पेशलिटी प्रोडक्ट्स और ड्रग-डिवाइस कॉम्बिनेशन शांमिल हैं. कंपनी, मुख्य रूप से अमेरिकी बाजार को लक्षित कर प्रोडक्ट बनाती है. जून 2025 में कंपनी ने Alkem Laboratories की Pithampur, मध्य प्रदेश स्थित फॉर्मुलेशंस फैक्ट्री 149 करोड़ में खरीदी है. इसके अलावा कंपनी के पास भारत और कनाडा में दो USFDA-इंस्पेक्टेड R&D फैसिलिटीज हैं. इसके अलावा भारत में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं, जिन्हें USFDA, Maharashtra FDA और Health Canada से अनुमोदन मिला हुआ है.

शेयर रिजर्वेशन

Rubicon Research IPO में कुल शेयरों का 75 फीसदी क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व है. वहीं, 15 फीसदी नॉन इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए और 10 फीसदी रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रखा गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी की मजबूत R&D क्षमता और अमेरिकी बाजार में फोकस इसे मीडियम से लॉन्ग टर्म में आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है. निवेशक इस IPO को रणनीतिक निवेश योजना के रूप में देख सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो फार्मा और इनोवेशन पर आधारित कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं. Rubicon Research की लिस्टिंग 16 अक्टूबर को होगी. विशेषज्ञों का अनुमान है कि कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति, नियामकीय मान्यता और वैश्विक बाजार में विस्तार की योजना इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है.

तीन दिन में 33% उछला GMP

इश्यू के ऐलान के बाद से इसके GMP में पिछले तीन दिन में ही 33 फीसदी का उछाल आ चुका है. इन्वेस्टरगेन पोर्टल के लेटेस्ट डाटा के मुताबिक Rubicon Research का GMP सोमवार रात 10 बजे करीब 80 रुपये है. इस तरह 485 रुपये के अपसर प्राइस बैंड के साथ अनुमानित लिस्टिंग प्राइस करीब 565 रुपये पहुंच गई है. इस तरह सब्सक्रिप्शन शुरू होने से पहले ही 16.49% के लिस्टिंग गेन की उम्मीद जताई जा रही है.

डिसक्लेमर: मनी9लाइव का GMP और IPO तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.