InterGlobe Aviation: इंडिगो का मुनाफा 20% घटकर 2176 करोड़ रुपये रहा, रेवेन्यू में बढ़ोतरी; खर्च भी बढ़ा
InterGlobe Aviation Q1 Results: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जून तिमाही में बाहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसका असर पूरे एविएशन सेक्टर पर पड़ा. इंडिगो ने पैसेंजर्स की संख्या में साल-दर-साल 11.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की.
InterGlobe Aviation Q1 Results: बजट एयरलाइन इंडिगो की ऑपरेटिंग कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने बुधवार 30 जुलाई को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए. जून तिमाही में इंटरग्लोब एविएशन ने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में साल-दर-साल 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की है. जून तिमाही में मुनाफा 2,176 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 2,729 करोड़ रुपये रहा था.
ऑपरेशनल रेवेन्यू
कंपनी ने समीक्षाधीन तिमाही में ऑपरेशनल रेवेन्यू 20,496 करोड़ रुपये बताया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के 19,571 करोड़ रुपये से 5 फीसदी अधिक है. देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का ऑपरेशनल रेवेन्यू 5 फीसदी बढ़कर 20,496 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में एयरलाइन का रेवेन्यू 19,571 करोड़ रुपये था.
तिमाही आधार पर PAT
तिमाही-दर-तिमाही आधार पर टैक्स के बाद मुनाफा (PAT) 29 फीसदी कम रहा, जबकि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में यह 3,067 करोड़ रुपये था. इसी तरह क्रमिक आधार पर रेवेन्यू में 7 फीसदी से अधिक की गिरावट आई, जबकि वित्त वर्ष 2025 की जनवरी-मार्च तिमाही में यह 22,152 करोड़ रुपये था.
क्यों फीकी हुई मुनाफे की चमक?
इंडिगो ने 5,739 करोड़ रुपये का EBITDAR दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही के 5,811 करोड़ रुपये से 1.2 फीसदी कम है. समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का खर्च 10 फीसदी बढ़कर 19,232 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 17,445 करोड़ रुपये था, जिससे मुनाफे की चमक कुछ कम हुई है.
मेंटेनेंस और एयरपोर्ट फीस
कंपनी ने मुख्य रूप से फ्यूल की कीमतों के कारण अपने ईंधन खर्च में कटौती करने में कामयाबी हासिल की, लेकिन कंपनी के दस्तावेजों के अनुसार, सप्लिमेंटरी किराये और विमान मरम्मत व मेंटेनेंस के साथ-साथ एयरपोर्ट फीस व चार्जेस पर खर्च साल-दर-साल आधार पर बढ़ गया.
पहली तिमाही की आय की घोषणा बाजार बंद होने के बाद की गई और इंडिगो के शेयर आज NSE पर 0.7 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए.
एविएशन सेक्टर रहा प्रभावित
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जून तिमाही में बाहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसका असर पूरे एविएशन सेक्टर पर पड़ा. उन्होंने कहा कि उद्योग-व्यापी इन व्यवधानों के बावजूद, हमने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में लगभग 11 फीसदी के नेट प्रॉफिट मार्जिन के साथ 2,176.3 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया.
इंडिगो ने पैसेंजर्स की संख्या में साल-दर-साल 11.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 3.1 करोड़ तक पहुंच गई. इसी अवधि में एयरलाइन ने अपनी क्षमता में भी 16.4 प्रतिशत की वृद्धि की, जिससे कुल उपलब्ध सीट किलोमीटर 4,230 करोड़ हो गया.