RCOM के लोन अकाउंट पर लगा फ्रॉड का टैग, RPower- इंफ्रा ने कहा- कंपनी में अनिल अंबानी का कोई दखल नहीं!
Anil Ambani R Power: रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर ने अपने निवेशकों की चिंताओं को दूर किया है. क्योंकि रिलायंस कम्युनिकेशंस के लोन अकाउंट को फ्रॉड के रूप में कैटेगराइज्ड करने के बाद समूह की अन्य कंपनियों के निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं.
Anil Ambani R Power: रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर ने गुरुवार 3 जुलाई को स्पष्ट किया कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) के लोन अकाउंट को फ्रॉड के रूप में कैटेगराइज्ड करने की हालिया कार्रवाई का कारोबार के ऑपरेशन और वित्तीय प्रदर्शन पर बिल्कुल भी प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इससे रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरधारकों, कर्मचारियों या किसी अन्य स्टेकहोल्डर्स पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा.
SBI ने लिया है एक्शन
SBI ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के लोन अकाउंट को स्वीकृत लोन राशि को संबंधित पक्षों को भुगतान करने, इंटर-कंपनी डेट ट्रांजेक्शन और निवेश तथा बिक्री चालान के दुरुपयोग के लिए फ्रॉड के रूप में कैटेगराइज्ड किया है. स्टॉक एक्सचेंजों पर पोस्ट किए गए एक पत्र के अनुसार, बैंक कंपनी और उसके पूर्व प्रमोटर निदेशक अनिल अंबानी के खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को रिपोर्ट कर आगे की कार्रवाई करेगा.
रिलायंस पावर और इन्फ्रास्ट्रक्चर ने कही ये बात
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर ने अपने निवेशकों की चिंताओं को दूर किया है. क्योंकि रिलायंस कम्युनिकेशंस के लोन अकाउंट को फ्रॉड के रूप में कैटेगराइज्ड करने के बाद समूह की अन्य कंपनियों के निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं. इसका असर दोनों ही कंपनियों के शेयरों पर गुरुवार के कारोबार में देखने को मिला. रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयर में 5 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह स्टॉक 376.95 रुपये पर आ गया. वहीं, रिलायंस पावर के शेयर में 3.75 फीसदी की गिरावट के साथ 65.50 रुपये पर बंद हुए.
क्यों नहीं पड़ेगा असर?
रिलायंस समूह की दोनों कंपनियों ने अलग-अलग एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि RCOM के लोन अकाउंट को फ्रॉड के रूप में कैटेगराइज्ड करने की हालिया कार्रवाई का असर उनपर नहीं पड़ेगा. कंपनियों ने कहा कि वे अलग और स्वतंत्र लिस्टेड संस्थाएं हैं जिनका रिलायंस कम्युनिकेशंस से कोई व्यावसायिक या वित्तीय संबंध नहीं है. इसके अलावा अनिल डी. अंबानी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के बोर्ड में नहीं हैं.
क्या है मामला?
फाइलिंग में रिलायंस कम्युनिकेशंस ने कहा कि उसे भारतीय स्टेट बैंक से 23 जून, 2025 का पत्र मिला है. फाइलिंग के अनुसार, रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसकी सहायक कंपनियों को बैंकों से कुल 31,580 करोड़ रुपये का कर्ज मिला है. बैंक की धोखाधड़ी पहचान समिति ने लोन के उपयोग में गड़बड़ी की पहचान की है.
फाइलिंग में कहा गया है कि रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसके पूर्व निदेशक अनिल अंबानी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि SBI ने कंपनी के लोन खाते को फ्रॉड के रूप में रिपोर्ट करने और मौजूदा RBI दिशानिर्देशों के अनुसार अनिल अंबानी का नाम रिजर्व बैंक को रिपोर्ट करने का फैसला किया है.