NSE में किसकी है सबसे अधिक हिस्सेदारी? इस सरकारी कंपनी ने लगाया है बड़ा दांव; खरीद रखे हैं 26 करोड़ शेयर
NSE Share Price Unlisted Market: हाल ही में एनएसई के शेयरधारकों की संख्या 1,00,000 के आंकड़े को पार कर गई. मार्च 2025 तिमाही के डेटा से पता चलता है कि नॉन-लिस्टेड NSE में LIC का निवेश बढ़कर इसकी टॉप 6 सबसे मूल्यवान होल्डिंग्स में से एक बन गया है.
NSE Share Price Unlisted Market: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) के नॉन-लिस्टेड शेयर अपने इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) की कुछ पॉजिटिव खबरों के चलते सुर्खियों में हैं. प्री-IPO मार्केट में इसका वैल्यूएशन बेहतर नजर आ रहा है. हालांकि, अभी भी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है कि NSE का IPO कब आएगा. हालांकि, रिपोर्ट्स के अनुसार, इस स्टॉक एक्सचेंज का IPO मौजूदा वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही जनवरी-मार्च में ओपन हो सकता है. अनलिस्टेड मार्केट में NSE के शेयर 2225 रुपये के आसपास नजर आ रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इसका 52 वीक का हाई 6000 रुपये के पार है.
52 वीक का हाई लेवल
अनलिस्टेड जोन के अनुसार, NSE के अनलिस्टेड शेयर का 52 वीक का हाई लेवल 6200 रुपये है और इसका लो 1625 रुपये है. अगर मार्केट कैपिटलाइजेशन की बात करें, तो यह 5,65,538 रुपये है. NSE को दुनिया भर में ट्रेड की संख्या के हिसाब से सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज और इक्विटी में दूसरा सबसे बड़ा एक्सचेंज माना जाता है.
मार्केट कैप के मामले में एनएसई दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज भी है. इस मजबूत मार्केट कैप ने NSE को बजाज फाइनेंस और हिंदुस्तान यूनिलीवर से आगे भारत की टॉप-10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में शामिल कर दिया है.
वित्तीय प्रदर्शन
हाल ही में एनएसई के शेयरधारकों की संख्या 1,00,000 के आंकड़े को पार कर गई. वित्त वर्ष 2025 के लिए स्टॉक एक्सचेंज ने रेवेन्यू में 16 फीसदी की वृद्धि के साथ 17,141 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट में 47 फीसदी की वृद्धि के साथ 12,188 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की.
मार्केट में लिस्ट होने की कोशिश
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने दिसंबर 2016 में अपना IPO प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था. सार्वजनिक रूप से लिस्ट न होने के बावजूद, इसके शेयरों का नॉन-लिस्टेड मार्केट में एक्टिव रूप से कारोबार जारी है. इस साल मार्च में NSE ने स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने की अपनी योजना को आगे बढ़ाने के लिए SEBI से NOC की मांग की है.
LIC टॉप निवेशक
मार्च 2025 तिमाही के डेटा से पता चलता है कि नॉन-लिस्टेड NSE में LIC का निवेश बढ़कर इसकी टॉप 6 सबसे मूल्यवान होल्डिंग्स में से एक बन गया है. LIC के पास NSE में 10.7 फीसदी हिस्सेदारी है, जो 26.53 करोड़ शेयरों के बराबर है, जिसकी अनुमानित वैल्यू 2,389 रुपये प्रति शेयर के नए नॉन-लिस्टेड मार्केट प्राइस के आधार पर 63,374 करोड़ रुपये है. यह NSE को LIC की सबसे बड़ी इक्विटी पोजीशन में से एक बनाता है, जिसमें रिलायंस, ITC और HDFC बैंक जैसे लिस्टेड दिग्गज शामिल हैं.
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और इसकी नॉन-लिस्टेड सहायक कंपनी SBI कैपिटल मार्केट्स के पास सामूहिक रूप से NSE में 7.56 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. इसमें से, SBI के पास सीधे 3.23 फीसगदी हिस्सेदारी थी, जबकि SBI कैपिटल मार्केट्स के पास 4.33 फीसदी हिस्सेदारी थी.
जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के पास 40,700,000 शेयर थे, जो एनएसई में 1.64 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के पास NSE में 1.42 फीसदी हिस्सेदारी थी, साथ ही नॉन-लिस्टेड बीमा कंपनियों नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और द ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के पास भी हिस्सेदारी थी.