खाड़ी संकट गहराया; कच्चे तेल के दाम फिर बढ़े, 4 फीसदी तेजी के साथ कीमतें 74 डॉलर प्रति बैरल के पार

इजरायल-ईरान संघर्ष के चलते वैश्विक कच्चे तेल बाजार में उथल-पुथल मच गई है. अमेरिका में कच्चे तेल की कीमतें 7 फीसदी तक बढ़ गईं, जिससे वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट आई. ब्रेंट क्रूड 74 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया.

इजरायल-ईरान संघर्ष के चलते वैश्विक कच्चे तेल बाजार में उथल-पुथल मच गई है. Image Credit: Bloomberg Creative Photos/Getty Images

Oil prices: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक बाजार को झटका दिया है. कच्चे तेल की कीमतों में करीब 7 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है, जिससे दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट आई है. अमेरिका, यूरोप और एशिया के प्रमुख शेयर इंडेक्स में गिरावट देखी गई. कल युद्ध के खबर के बाद तेल के दाम 77 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी. हालांकि बाद में उसमें गिरावट देखी गई. निवेशकों में चिंता है कि अगर यह युद्ध और बढ़ता है, तो ईरान से तेल की सप्लाई प्रभावित हो सकती है. इसके चलते महंगाई और आर्थिक अस्थिरता बढ़ने की आशंका है.

तेल की कीमतें सात फीसदी बढ़ी

शनिवार को अमेरिकी क्रूड ऑयल की कीमत 7.26 फीसदी बढ़कर 72.98 डॉलर प्रति बैरल हो गई, जबकि ब्रेंट क्रूड 7.02 फीसदी बढ़कर 74.23 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया. यदि युद्ध और गहराता है तो ईरान से तेल की सप्लाई बाधित हो सकती है, जिससे कीमतें और बढ़ सकती हैं.

शेयर बाजार में गिरावट का दौर

तेल की कीमतों में तेजी के चलते अमेरिका का डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 612 अंक गिरा, जबकि एसएंडपी 500 और नैस्डैक में भी गिरावट दर्ज की गई. यूरोप और एशिया के बाजारों में भी कमजोरी देखने को मिली. फ्रांस का सीएसी 40 और जर्मनी का डीएएक्स 1 फीसदी से ज्यादा टूटे.

डिफेंस कंपनियों को फायदा

जहां क्रूज कंपनियों और एयरलाइंस जैसे सेक्टर में गिरावट आई, वही रक्षा उपकरण बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई. लॉकहीड मार्टिन, आरटीएक्स और नॉर्थरोप ग्रुम्मन जैसे डिफेंस शेयरों में तीन फीसदी से अधिक की बढ़त रही.

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बढ़ सकती है महंगाई की चिंता

तेल की कीमतों में अचानक हुई बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है. अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में भी उछाल आया है, जो यह दर्शाता है कि निवेशक अब अधिक ब्याज की उम्मीद कर रहे हैं. महंगाई बढ़ने से आर्थिक नीतियों पर असर पड़ सकता है और आम लोगों की जेब पर भी भार बढ़ सकता है.