रतन टाटा के टाटा समूह ने पाकिस्तान को भी पछाड़ा, जानिए क्या है कहानी
Ratana Tata के रहते टाटा समूह इतना विशाल हो गया कि उसने एक पूरे देश की अर्थव्यवस्था को ही पीछे छोड़ दिया है. जी हां टाटा समूह की कंपनियों का मार्केट कैप इतना बड़ा है कि इसके सामने पाकिस्तान भी कुछ नहीं.

एक पुरानी कहावत याद आती है ‘जूतों में बाटा और सामान में टाटा बहुत मजबूत होते हैं’, पता नहीं आपने ये सुना है या नहीं लेकिन मजबूत टाटा ग्रुप का मार्केट वैल्यूएशन पाकिस्तान की जीडीपी से भी ज्यादा मजबूत है. ये सच है. पाकिस्तान की जीडीपी मतलब एक साल में वो जितना सामान और सेवा बनाती और देती है उसकी कीमत टाटा ग्रुप के मार्केट कैप से कम है.
इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, अगर टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का मार्केट कैप जोड़ दें तो वो वाकई में पाकिस्तान की जीडीपी को पछाड़ देगा. नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाली टाटा कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 365 अरब डॉलर या 30 लाख करोड़ से ज्यादा का है.
वहीं इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) के अनुसार पाकिस्तान की जीडीपी 341 अरब डॉलर की है.
कैसी है टाटा कंपनियों की परफोर्मेंस?
टाटा की आईटी कंपनी टाटा कंस्लटेंसी कंपनी टाटा की सबसे शानदार कंपनी है. इसका मार्केट वैल्यू 15 लाख करोड़ का है. यानी अकेले टीसीएस की वैल्यू पाकिस्तान के जीडीपी का 50 फीसदी है.
इसके अलावा टाटा मोटर्स के शेयर्स एक साल में 110 फीसदी चढ़े हैं और ट्रेंट के 200 फीसदी. वहीं टाटा टेक, TRF, बनारस होटल्स, टाटा इंवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, टाटा मोटर्स, ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन ऑफ गोवा और Artson Engineering ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
टाटा की कुल 25 कंपनियां स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं. ऐस इक्विटी डेटा के अनुसार, केवल टाटा कैमिकल्स ही है जो पिछले एक साल में 5 फीसदी तक गिरा है. हालांकि अब वो काफी तेजी से रिकवरी कर रहा है.
और ये केवल टाटा की लिस्टेड कंपनी के बारे में हैं अगल टाटा की अनलिस्टेड कंपनी को भी जोड़ा जाए तो टोटल मार्केट कैप बहुत ज्यादा हो सकता है. कंपनी जैसे टाटा सन्स, टाटा कैपिटल, टाटा प्ले, टाटा एडवांस सिस्टम और एयर इंडिया. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा कैपिटल अगले साल अपना IPO भी लॉन्च कर सकती है. इस अनलिस्टेड कंपनी का मारेक्ट वैल्यूअशन 2.7 लाख करोड़ से ज्यादा का है.
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