RIL vs IOCL vs Nayara: ये हैं रिफाइनरी के बादशाह, कौन निकालता है सबसे ज्‍यादा ऑयल, जानें कमाई में कौन दमदार

देश में कई तेल और गैस कंपनियां हैं, जो लगातार अपनी क्षमता का‍ विस्‍तार कर रही हैं. पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट्स की बढ़ती मांग के चलते कंपनियों को इसका फायदा मिल रहा है. आज हम आपको रिफाइनरी सेक्‍टर की कुछ दिग्‍गज कंपनियों के बारे में बताएंगे, जिनकी कमाई से लेकर क्षमता काफी ज्‍यादा है.

कौन है रिफाइनरी सेक्‍टर का बादशाह, यहां देखें Image Credit: money9

RIL vs IOCL vs Nayara: भारत में कई प्रमुख तेल और गैस कंपनियां हैं, जो पेट्रोलियम और उससे जुड़े प्रोडक्‍ट्स के प्रोडक्‍शन, डिस्‍ट्रिब्‍यूशन और मार्केटिंग का काम करती हैं. देश में बढ़ते पेट्रोल और गैस की डिमांड के चलते इससे जुड़ी कंपनियां लगातार बढ़ रही हैं. इन्‍होंने न सिर्फ अपनी क्षमता का विस्‍तार किया, बल्कि अपनी रणनीति से कमाई को भी बढ़ाया है. मगर हाल ही में यूरोपीय संघ (EU) ने रूस की प्रमुख रिफाइनरी कंपनी Rosneft पर प्रतिबंधों का ऐलान किया है. चूंकि इसका भारतीय कंपनी नायरा में हिस्‍सा है, ऐसे में भारतीय तेल कंपनियों के भविष्‍य को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में भारतीय ऑयल कंपनियों की क्‍या है स्थिति और भारत की रिफाइनरी सेक्‍टर में कौन है बादशाह आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे.

Indian Oil Corporation Ltd (IOCL)

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन देश की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी है, जो पेट्रोलियम और इससे जुड़े उत्पादों के शोधन, ट्रांसपोर्टेशन और मार्केटिंग में लगी हुई है. यह कच्चे तेल और गैस की खोज समेत इसके प्रोडक्‍शन, प्राकृतिक गैस और पेट्रोकेमिकल्स के मार्केटिंग का भी काम करती है. आईओसीएल पेट्रोलियम उत्पादों को देश भर में अपने ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए पाइपलाइन नेटवर्क का उपयोग करती है. साथ ही पेट्रोलियम प्रोडक्‍टों को रिटेल आउटलेट्स, थोक ग्राहकों और दूसरे उद्योगों को बेचती है.

कितनी है कैपेसिटी?

रिफाइनरीराज्यक्षमता (000 MT)
IOC, डिग्बोईअसम650
IOC, गुवाहाटीअसम1200
IOC, कोयालीगुजरात13700
IOC, बरौनीबिहार6000
IOC, हल्दियापश्चिम बंगाल8000
IOC, मथुराउत्तर प्रदेश8000
IOC, पानीपतहरियाणा15000
IOC, बोंगाईगांवअसम2700
IOC, परादीपओडिशा15000

कुल क्षमता: 80,250 (000,MT)

वित्‍तीय प्रदर्शन

Reliance Industries Limited (RIL)

रिलायंस पेट्रोलियम, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड यानी RILका एक हिस्सा है, जो पेट्रोलियम उत्पादों के रिफाइनमेंट, मार्केटिंग और डिस्ट्रिब्‍यूशन का काम करती है. यह भारत की सबसे बड़ी रिफाइनरियों में से एक का संचालन करता है, जो जामनगर में स्थित है. ये देश भर में फ्यूल रिटेल आउटलेट का एक नेटवर्क भी ऑपरेट करती है. आरआईएल का जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरियों में से एक है, जो कच्चे तेल को विभिन्न पेट्रोलियम उत्पादों में प्रोसेस करता है. आरआईएल पेट्रोकेमिकल उत्पादों का भी उत्पादन करता है, जो प्लास्टिक, फाइबर और दूसरे केमिकल्‍स के निर्माण के लिए उपयोग किए जाते हैं.

वित्‍तीय स्थिति

वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऑयल एंड गैस सेगमेंट का EBITDA 4,996 करोड़ रहा, जो सालाना आधार पर 4.1% कम है. कंपनी को KGD6 गैस उत्पादन में गिरावट और CBM गैस की कीमतों में कमी की वजह से नुकसान हुआ है. कंपनी का रेवेन्यू भी 1.2 फीसदी गिरा है. हालांकि, सेगमेंट का EBITDA मार्जिन 81.9% रहा है.

कितनी है कैपेसिटी?

कंपनी का नामस्थानराज्यक्षमता (000 MT)
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेडआरआईएल, जामनगरगुजरात33,000
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेडआरपीएल (SEZ), जामनगरगुजरात35,200

आरआईएल की कुल क्षमता = 68,200 (000,MT)

Nayara Energy

नायरा एनर्जी एक इंटीग्रेटेड डाउनस्ट्रीम एनर्जी कंपनी है. इसका मुख्य काम कच्चे तेल के रिफाइनिंग और पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री है. नायरा भारत की दूसरी सबसे बड़ी सिंगल-साइट रिफाइनरी चलाती है, जो गुजरात के वाडिनार में स्थित है. इसके अलावा, नायरा के पास भारत में सबसे तेजी से बढ़ता निजी ईंधन स्टेशन नेटवर्क है, जिसमें 6,300 से ज्यादा रिटेल आउटलेट्स हैं.

क्या होगा असर?

EU प्रतिबंधों के चलते Nayara अब यूरोपीय देशों को पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधनों का निर्यात नहीं कर पाएगी, ऐसे में कंपनी को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है.

वित्‍तीय प्रदर्शन

वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी के रेवेन्‍यू में अच्‍छी वृद्धि हुई है और मुनाफे के मार्जिन में सुधार देखा गया है. कंपनी ने साल भर में ₹1,555,609 मिलियन का रेवेन्‍यू हासिल किया, जबकि EBIDTA ₹202,478 मिलियन और पीएटी ₹120,852 मिलियन रहा.

कितनी है कैपेसिटी?

स्थानराज्यक्षमता (000 मीट्रिक टन)
एनईएल, वडिनारगुजरात20000

शेयरों का देखें हाल

Indian Oil Corporation के शेयर 22 जुलाई को बढ़त के साथ कारोबार करते नजर आए, इसकी वर्तमान कीमत 152 रुपये है. सालभर में इसके शेयर भले ही 8 फीसदी गिरे हो, लेकिन 3 साल में इसने 108 और 5 साल में 143 फीसदी से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है. रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के शेयरों में आज गिरावट देखने को मिली. 22 जुलाई को इसकी कीमत 1415 रुपये दर्ज की गई. सालभर का इसका प्रदर्शन भी खराब रहा. 3 साल में इसने 13 फीसदी का रिटर्न दिया है और 5 साल में इसने 42 फीसदी का रिटर्न दिया है.