Rupee vs Dollar: लगातार तीसरे दिन कमजोर हुआ रुपया, डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा
भारतीय रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 2 पैसे टूटकर रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ. रुपये में लगातार तीसरे दिन कमजोरी दर्ज की गई. रुपये पर US टैरिफ, H-1B वीजा फीस बढ़ोतरी और विदेशी निवेशकों की बिकवाली जैसे दबाव नजर आ रहे हैं.
भारतीय रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 2 पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 88.75 पर बंद हुआ. यह लगातार तीसरा दिन है, जब भारतीय करेंसी में कमजोरी आई है. रुपये में आ रही कमजोरी का सबसे बड़ा कारण अमेरिका की तरफ से भारतीय निर्यात पर लगाए गए टैरिफ और H-1B वीजा फीस में बढ़ोतरी को माना जा रहा है.
विदेशी निवेशक कर रहे निकासी
फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक विदेशी फंड्स की लगातार निकासी और वैश्विक व्यापारिक अनिश्चितता ने भी रुपये को दबाव में रखा है. खासतौर पर निवेशकों को भारत की आईटी सर्विसेज एक्सपोर्ट पर वीजा फीस बढ़ोतरी का सीधा असर पड़ने की आशंका है.
कैसा रहा इंट्रा डे कारोबार?
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में रुपया 88.80 पर खुला और दिन में 88.67 तक मजबूत हुआ. हालांकि, आखिरकार 2 पैसे की गिरावट के साथ 88.75 पर बंद हुआ. मंगलवार को रुपया 45 पैसे टूटकर 88.73 पर बंद हुआ था और इंट्राडे में 88.82 के अब तक के सबसे निचले स्तर को छुआ था.
क्या है एनालिस्ट्स का अनुमान?
Mirae Asset ShareKhan के करेंसी एनालिस्ट अनुज चौधरी के मुताबिक US वीजा फीस बढ़ोतरी और FII आउटफ्लो रुपये को आगे भी दबाव में बनाए रख सकते हैं. हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और RBI का संभावित इंटरवेंशन रुपये को निचले स्तरों पर सहारा दे सकता है. चौधरी के मुताबिक आने वाले दिनों में रुपया 88.40 से 89.25 की रेंज में रह सकता है.
ग्लोबल और घरेलू संकेत
डॉलर इंडेक्स: 0.36% मजबूत होकर 97.61 पर.
ब्रेंट क्रूड: 0.61% बढ़कर 68.04 डॉलर प्रति बैरल.
इक्विटी मार्केट: सेंसेक्स 386.47 अंक टूटकर 81,715.63 पर और निफ्टी 112.60 अंक गिरकर 25,056.90 पर बंद.
FII सेलिंग: 2,425.75 करोड़ रुपये की इक्विटी निकासी.
ट्रेड टॉक्स पर नजर
वहीं, इस बीच वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका दौरे पर हैं, जहां उन्होंने अपने समकक्ष से व्यापारिक मसलों पर चर्चा की. इससे पहले दिल्ली में भी दोनों देशों के प्रमुख वार्ताकारों के बीच दिनभर की बातचीत हुई थी.