चांदी का नया रिकॉर्ड, ₹3650 उछलकर ₹2.40 लाख प्रति किलो हुआ भाव, ₹500 सस्ता हुआ सोना
दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी ने नया रिकॉर्ड बनाया है. सोमवार को चांदी ₹3,650 उछलकर ₹2.40 लाख प्रति किलो पहुंच गई. साल 2025 में चांदी अब तक 167% से ज्यादा चढ़ चुकी है. वहीं मुनाफावसूली के चलते सोना सोमवार ₹500 सस्ता हुआ. आइये जानते है कि सोने का ताजा भाव क्या है?
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चांदी ने लगातार पांचवें कारोबारी दिन रिकॉर्ड बनाते हुए सोमवार को ₹3,650 की छलांग लगाई और ₹2,40,000 प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई. All India Sarafa Association के मुताबिक, सर्राफा बाजार में ट्रेडर्स की लगातार खरीदारी से सफेद धातु में यह तेज उछाल देखने को मिला. इससे पहले शुक्रवार को चांदी ₹2,36,350 प्रति किलो पर बंद हुई थी.
साल भर में चांदी में आई 167.55% आई तेजी
सालाना आधार पर चांदी ने निवेशकों को चौंकाने वाला रिटर्न दिया है. 31 दिसंबर 2024 को ₹89,700 प्रति किलो के स्तर से अब तक कीमतों में ₹1,50,300 की बढ़त दर्ज हुई है, यानी इसमें 167.55% की शानदार तेजी आई है. औद्योगिक मांग, सप्लाई टाइटनेस और वैश्विक अनिश्चितताओं ने चांदी को इस साल का बड़ा आउटपरफॉर्मर बना दिया है.
सोना रिकॉर्ड हाई से फिसला
जहां चांदी ने नया रिकॉर्ड बनाया, वहीं सोने में मुनाफावसूली दिखी. 99.9% शुद्धता वाला सोना सोमवार को ₹500 टूटकर ₹1,41,800 प्रति 10 ग्राम (सभी कर सहित) पर आ गया. पिछले सत्र में सोना ₹1,500 चढ़कर ₹1,42,300 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड पर पहुंच गया था.
अंतरराष्ट्रीय बाजारों का हाल
विदेशी बाजारों में स्पॉट गोल्ड करीब 69.67 डॉलर (1.54%) गिरकर 4,462.96 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता दिखा. वहीं, स्पॉट सिल्वर मुनाफावसूली के चलते अपने लाइफटाइम हाई से फिसलकर 4.06 डॉलर (5.13%) गिरते हुए 75.09 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. हाल ही में चांदी ने 83.97 डॉलर प्रति औंस का नया रिकॉर्ड बनाया था.
क्या बोले एक्सपर्ट्स
LKP Securities के वीपी (रिसर्च) जतीन त्रिवेदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें करीब 70 डॉलर फिसलने से घरेलू बाजार में भी दबाव आया. त्रिवेदी के मुताबिक, बाजार में वोलैटिलिटी बनी हुई है. इस हफ्ते फेडरल रिजर्व की मीटिंग के मिनट्स अहम ट्रिगर रहेंगे, जबकि अमेरिकी छुट्टियों के कारण ट्रेडिंग वॉल्यूम अपेक्षाकृत कम रह सकता है.
वहीं, Geojit Investments Ltd के हेड (कमोडिटी रिसर्च) हरीश वी का कहना है कि 2025 में सोना और चांदी दोनों ने रिकॉर्ड स्तर छुए हैं. इसके पीछे मैक्रोइकोनॉमिक बदलाव, औद्योगिक मांग और संरचनात्मक सप्लाई की कमी प्रमुख वजहें है. उन्होंने कहा कि 2026 और आगे भी कमोडिटीज में तेजी का रुझान बना रह सकता है. सोना केंद्रीय बैंकों की खरीद और भू-राजनीतिक जोखिमों से समर्थित रहेगा, जबकि चांदी को सोलर, AI, EVs और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों से मजबूत औद्योगिक मांग का फायदा मिलता रह सकता है.
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