GDP से भी ज्यादा है देश की टॉप 500 कंपनियों का वैल्युएशन, 85 लाख लोगों को देती हैं रोजगार

देश की शीर्ष 500 लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियो का कुल वैल्युएशन GDP से भी ज्यादा है. ये कंपनियां कुल मिलाकर देशभर में 85 लाख लोगों को रोजगार देती हैं. इन कंपनियों के औसत कर्मचारियों की संख्या 21 हजार है.

शीर्ष 500 कंपनियो में कोई भी कंपनी 1.1 अरब डॉलर से कम की नहीं है Image Credit: freepik

Axis Bank और हुरुन इंडिया ने देश की टॉप 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची का चौथे संस्करण जारी किया है. इस लिस्ट को जारी करते हुए कहा गया है कि लिस्ट में कंपनियों को उनके मूल्य के आधार पर रैंकिंग दी गई है. लिस्ट में शामिल सबसे निचले पायदान पर मौजूद कंपनी का वैल्युएशन 1.1 अरब डॉलर रहा है. सूची में शामिल सभी कंपनियों का कुल वैल्युएशन324 लाख करोड़ रुपये (3.8 लाख करोड़ डॉलर) पहुंच गया है. यह भारत की जीडीपी से भी ज्यादा है, जो फिलहाल करीब 3.5 लाख करोड़ डॉलर है.

200 साल पुरानी कंपनियां भी शामिल

इस लिस्ट में सबसे पुरानी कंपनी PN गाड़गिल शामिल है, जो करीब 200 साल पुरानी है. वहीं कई नए स्टार्टअप भी शामिल हैं, जो 2021-22 में स्थापित हुए हैं. इन कंपनियों का कुल वैल्युएशन न सिर्फ भारत की जीडीपी से ज्यादा है, बल्कि यूएई, इंडोनेशिया और स्पेन की संयुक्त जीडीपी से भी ज्यादा है.

बाजार पर बढ़ा निवेशकों का भरोसा

लिस्ट को लॉन्च करते हुए एक्सिस बैंक के एमडी और सीईओ अमिताभ चौधरी ने कहा कि इस साल की सूची में शामिल कंपनियों ने नई रणनीतियों, इनोवेशन और बदलते हालातों के मुताबिक खुद को ढालते हुए अवसरों का लाभ उठाया है. इसकी वजह से ये कंपनियां अपने उद्योगों में अग्रणी बनी हैं. वहीं, हुरुन इंडिया के फाऊंडर व चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद ने कहा, कि इस सूची में शामिल कंपनियां निजी क्षेत्र की रीढ़ हैं और देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर डालती हैं.

82 नई कंपनियां शामिल

2024 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 लिस्ट में 500 में 82 कंपनियां पहली बार इस सूची में शामिल हुई हैं. इस साल सबसे ज्यादा नई कंपनियां इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स, हेल्थकेयर और एनर्जी सेक्टर से आई हैं. जबकि, बाहर होने वाली कपंनियों में सबसे ज्यादा फाइनेंशियल सेक्टर से हैं.

ग्लोबल लिस्ट में 33 शामिल

भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में से सिर्फ 33 कंपनियां ही हुरुन ग्लोबल 1000 में जगह बना पाईं. इसका एक कारण यह है कि ये भारतीय कंपनियां तुलनात्मक रूप से नई हैं. 2024 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 की औसत आयु 43 वर्ष है, जो कि हुरुन ग्लोबल 1000 की औसत आयु से 24 वर्ष कम है.

भारतीय स्टार्टअप में जोश

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय स्टार्टअप आईपीओ में जोरदार तेजी आई है. 2024 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 लिस्ट में स्टार्टअप्स ने 2023 में हुए 4 लाख करोड़ रुपए के वैल्यू नुकसान को न सिर्फ पलटा, बल्कि 4.4 लाख करोड़ रुपये की वैल्यू को जोडा भी है. स्टार्टअप कैटेगरी में जेप्टो, फिजिक्सवाला और ओयो के वैल्युएशन में सबसे ज्यादा तेजी आई है.