ट्रेन में खूब करते हैं सफर, जानतें है LHB और ICF कोच का अंतर, कहां ज्यादा मिलती है सेफ्टी
भारतीय रेलवे में 16 ट्रेनों में पुराने ICF (Integral Coach Factory) कोच की जगह आधुनिक LHB (Linke-Hofmann-Busch) कोच लगाए जाएंगे. यह बदलाव न केवल यात्रियों की सुरक्षा को बेहतर बनाएगा बल्कि यात्रा अनुभव को भी नया रूप देगा. LHB कोच जर्मनी की तकनीक से डिजाइन किए गए हैं और भारत में ही तैयार किए जा रहे हैं.
भारतीय रेलवे लगातार अपने यात्रियों को बेहतर, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव देने की दिशा में कदम बढ़ा रही है. इसी कड़ी में अब सेंट्रल रेलवे जोन ने बड़ा फैसला लिया है. इस जोन के अंतर्गत चलने वाली 16 ट्रेनों में पुराने ICF (Integral Coach Factory) कोच की जगह आधुनिक LHB (Linke-Hofmann-Busch) कोच लगाए जाएंगे.
यह बदलाव न केवल यात्रियों की सुरक्षा को बेहतर बनाएगा बल्कि यात्रा अनुभव को भी नया रूप देगा. LHB कोच जर्मनी की तकनीक से डिजाइन किए गए हैं और भारत में ही तैयार किए जा रहे हैं.
क्या है LHB कोच और क्यों हैं खास?
- LHB कोच आधुनिक स्टेनलेस स्टील बॉडी वाले डिब्बे हैं जिन्हें पारंपरिक ICF कोच की तुलना में ज्यादा मजबूत और सुरक्षित माना जाता है. इनमें कई एडवांस फीचर्स शामिल हैं.
- इसमें एंटी-क्लाइंबिंग डिवाइस लगे हैं जो टक्कर की स्थिति में कोच को एक-दूसरे पर चढ़ने से रोकते हैं.
- LHB कोच की ऑपरेटिंग स्पीड 160 किमी/घंटा तक है, जबकि इनका डिजाइन 200 किमी/घंटा तक के लिए किया गया है. जबकि पुराने ICF कोच की अधिकतम स्पीड सिर्फ 140 किमी/घंटा थी.
- LHB कोच का बॉडी फ्रेम लंबा होता है जिससे अंदर अधिक जगह मिलती है. साथ ही LED लाइटिंग, 5-पिन चार्जिंग सॉकेट और बेहतर वेंटिलेशन सिस्टम जैसी सुविधाएं दी गई हैं.
- LHB कोच में 4 इमरजेंसी ओपनिंग विंडोज और Emergency Light Unit (ELU) दी गई है जो बिजली कटने पर भी 6 घंटे तक रोशनी देती है.
- साथ ही LHB कोच में डिस्क ब्रेक्स की वजह से ब्रेकिंग और भी स्मूथ और कंट्रोल्ड होती है.
ICF और LHB कोच में क्या अंतर है?
दरअसल भारतीय रेल में दो तरह के कोच चलते हैं. इनमें पहला है ICF और दूसरा है LHB. वैसे तो दोनों का काम यात्रियों को ले जाना है, लेकिन दोनों की तकनीक, बनावट, सुरक्षा और स्पीड में बड़ा अंतर है. ICF का मतलब है Integral Coach Factory, जहां ये पुराने डिजाइन वाले कोच पहले से बनते आ रहे हैं. इनकी तकनीक कई दशक पुरानी है. रेलवे ने सबसे पहले यही कोच इस्तेमाल किए थे. LHB यानी Linke Hofmann Busch, जो जर्मनी की डिजाइन है. इन्हें आधुनिक जरूरतों के हिसाब से बनाया गया है ये हल्के, सुरक्षित और तेज चलने वाले होते हैं.
ICF साधारण स्टील से बने होते हैं, इसलिए इनका वजन ज्यादा होता है. टक्कर में इनका डिब्बा आसानी से मुड़ सकता है. वहीं LHB स्टेनलेस स्टील और हाई-टेक एल्यूमिनियम से बनाए जाते हैं. ये हल्के होने के साथ-साथ बहुत मजबूत भी होते हैं. अगर हादसा होता है तो ICF डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़ जाते हैं. इसे टेलिस्कोपिंग कहा जाता है, जिससे नुकसान ज्यादा होता है. जब कि LHB में खास एंटी-टेलिस्कोपिक डिजाइन होता है यानि हादसे में कोच ऊपर नहीं चढ़ते, अपनी जगह पर ही रहते हैं. इससे जान-माल का नुकसान कम होता है.
सेंट्रल रेलवे के किन ट्रेनों में लगेंगे LHB कोच
सेंट्रल रेलवे ने घोषणा की है कि जनवरी 2026 से इन 16 प्रमुख ट्रेनों में पुराने कोच की जगह LHB कोच लगाए जाएंगे. इससे यात्रियों को बेहतर सुरक्षा और स्मूथ राइडिंग अनुभव मिलेगा. इनमें,
| क्रमांक | ट्रेन नंबर | ट्रेन का नाम | लागू होने की तारीख |
|---|---|---|---|
| 1 | 22157 | CSMT – चेन्नई एक्सप्रेस | 14.01.2026 |
| 2 | 22158 | चेन्नई – CSMT एक्सप्रेस | 17.01.2026 |
| 3 | 11088 | पुणे – वेरावल एक्सप्रेस | 15.01.2026 |
| 4 | 11087 | वेरावल – पुणे एक्सप्रेस | 17.01.2026 |
| 5 | 11090 | पुणे – भगत की कोठी एक्सप्रेस | 18.01.2026 |
| 6 | 11089 | भगत की कोठी – पुणे एक्सप्रेस | 20.01.2026 |
| 7 | 11092 | पुणे – भुज एक्सप्रेस | 19.01.2026 |
| 8 | 11091 | भुज – पुणे एक्सप्रेस | 21.01.2026 |
| 9 | 22186 | पुणे – अहमदाबाद एक्सप्रेस | 21.01.2026 |
| 10 | 22185 | अहमदाबाद – पुणे एक्सप्रेस | 22.01.2026 |
| 11 | 11404 | कोल्हापुर – नागपुर एक्सप्रेस | 19.01.2026 |
| 12 | 11403 | नागपुर – कोल्हापुर एक्सप्रेस | 20.01.2026 |
| 13 | 12147 | कोल्हापुर – हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस | 20.01.2026 |
| 14 | 12148 | हजरत निजामुद्दीन – कोल्हापुर एक्सप्रेस | 22.01.2026 |
| 15 | 11050 | कोल्हापुर – अहमदाबाद एक्सप्रेस | 24.01.2026 |
| 16 | 11049 | अहमदाबाद – कोल्हापुर एक्सप्रेस | 25.01.2026 |
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