भारत में कोविड-19 के 257 केस, एक की मौत, जानें कितना खतरनाक है नया वायरस
कोविड-19 के मामले एक बार फिर बढ़ते नजर आ रहे हैं. केरल में सबसे ज्यादा नए केस आए हैं. 18 मई से सिर्फ केरल में 1 मौत हुई. बाकी कहीं नई मौत नहीं हुई. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ये वेरिएंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा दे सकते हैं, लेकिन ये पहले के ओमिक्रॉन वेरिएंट्स की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी नहीं फैलाते. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.
Covid New Case: कोविड-19 के मामले एशियाई देशों में एक बार फिर बढ़ते नजर आ रहे हैं. सिंगापुर, थाइलैंड में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं. 3 मई, 2025 तक सिंगापुर में कुल मामले बढ़कर 14,200 हो गए हैं. इस बढ़ोतरी का कारण LF.7 और NB.1.8 वेरिएंट हैं. यह ओमिक्रॉन वेरिएंट के ही प्रकार हैं. ये दोनों वेरिएंट वहां के दो-तिहाई मामलों के लिए जिम्मेदार हैं. भारत में यही वेरिएंट तेजी से बढ़े हैं और यहां 19 मई तक के आंकड़ों के अनुसार देश में 257 लोग कोविड-19 से संक्रमित हैं. इस दौरान केरल में एक शख्स की मौत (12 मई तक) भी हो गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, नया वेरिएंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा दे सकता है, लेकिन ये पहले के ओमिक्रॉन वेरिएंट्स की तुलना में अधिक गंभीर नहीं है. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.
257 कोविड मामले दर्ज
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार देश में 19 मई तक केवल 257 कोविड मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से किसी को भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी. वर्तमान में बूस्टर डोज की आवश्यकता नहीं है. भारत में पुणे की कंपनी जेनोवा बायोफार्मास्यूटिकल्स ने ओमिक्रॉन के लिए GEMCOVAC-19 नामक mRNA वैक्सीन विकसित की है. कोविड अब एक सामान्य बीमारी की तरह है. बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. इसमें नियमित रूप से हाथ धोना, मास्क पहनना, और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना शामिल है.
किन राज्यों में कितने एक्टिव केस
नंबर | राज्य | एक्टिव केस | 18 मई से बदलाव | कुल ठीक हुए | 18 मई से ठीक होने में बदलाव | कुल मौतें | 18 मई से मौतों में बदलाव |
---|---|---|---|---|---|---|---|
1 | दिल्ली | 6 | +1 | 2036723 | 0 | 26721 | 0 |
2 | गोवा | 7 | +1 | 260692 | 0 | 4014 | 0 |
3 | कर्नाटक | 13 | +1 | 4087164 | 0 | 40341 | 0 |
4 | केरल | 66 | +61 | 6848167 | +7 | 72040 | +1 |
5 | महाराष्ट्र | 88 | +44 | 8036765 | +28 | 148462 | 0 |
ये हैं लक्षण
JN.1 वेरिएंट के लक्षण अन्य कोरोना वेरिएंट्स जैसे सूखी खांसी, स्वाद या गंध का नुकसान, सिरदर्द, नाक बहना या बंद होना, थकान, गले में खराश, बुखार आदि से मिलते-जुलते हैं. जॉन्स हॉपकिन्स इंस्टीट्यूट के अनुसार, JN.1 में पहले की तुलना में दस्त की समस्या अधिक देखी जा सकती है. अन्य लक्षणों में थकान और कमजोरी भी शामिल हैं. भारत में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है. सोमवार को नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, इमरजेंसी मेडिकल रिलीफ डिवीजन, डिजास्टर मैनेजमेंट सेल, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, और केंद्रीय सरकारी अस्पतालों के विशेषज्ञों की एक बैठक भी हुई.
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