आतंकिस्तान के जिहादी जनरल ने थपथपाई अपनी पीठ, भारत से पिटने का लिया इनाम, बना फील्ड मार्शल

General Asim Munir: मुनीर के 16 अप्रैल के भाषण को भारत 22 अप्रैल के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का कारण मानता है. पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था और आतंकी ठिकानों पर कई हमले किए थे.

जनरल असीम मुनीर को मिला प्रमोशन. Image Credit: Social Media

General Asim Munir: भारत के खिलाफ संघर्ष में मुंह की खाने के बावजूद पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को प्रमोशन मिला है. खबर है कि उन्हें फील्ड मार्शल बना दिया गया है. पाकिस्तान ने मंगलवार 20 मई को अपने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर प्रमोट किया है. रिपोर्ट के अनुसार, अयूब खान के बाद फील्ड मार्शल का पद पाने वाले मुनीर पहले व्यक्ति हैं.

पीटीवी के अनुसार, पाकिस्तानी कैबिनेट ने भारत के साथ संघर्ष में उनकी अनुकरणीय भूमिका के लिए देश के फील्ड मार्शल के रूप में जनरल असीम मुनीर को प्रमोट करने का निर्णय लिया है. मंगला में पाकिस्तान के ऑफिसर्स ट्रेनिंग स्कूल से ग्रेजुएशन करने के बाद, मुनीर को फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट की 23वीं बटालियन में कमीशन मिला था. उन्होंने 2016 से 2018 के बीच मिलिट्री इंटेलिजेंस के प्रमुख के रूप में कार्य किया है.

मुनीर 2018 में 8 महीने के लिए इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के महानिदेशक के रूप में भी काम किया है. सार्वजनिक विवाद के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन्हें पद से हटा दिया था.

पाकिस्तानी आतंकी संगठन ने ली थी जिम्मेदारी

मुनीर के 16 अप्रैल के भाषण को भारत 22 अप्रैल के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का कारण मानता है. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की ब्रॉन्च द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी. भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक कहा था कि अप्रैल में पाकिस्तानी सेना प्रमुख का भाषण सांप्रदायिक था. उनके भाषण और पहलगाम आतंकी हमले के बीच संबंध हो सकते हैं.

मुनीर का सांप्रदायिक बयान

मुनीर ने कश्मीर को देश की ‘गले की नस’ बताकर पाकिस्तान के सख्त रुख को फिर से हवा दी थी. उन्होंने पाकिस्तानियों से अपने बच्चों में यह विश्वास पैदा करने का भी आग्रह किया था कि वे ‘हिंदुओं से अलग हैं’. इस बयान की सांप्रदायिक भावना को भड़काने के लिए तीखी आलोचना की गई थी.

भारत का ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह के गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय मुरीदके जैसे आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे.

भारत ने दिया कड़ा जवाब

पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर आतंकी ठिकानों पर हमलों का जवाब देने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों ने इसे सफलतापूर्वक विफल कर दिया. इसके बाद भारत ने कड़ा जवाब दिया और 10 मई की सुबह तक पाकिस्तान में सैन्य ठिकानों पर हमले किए.

फिर उसी दिन शाम को पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क किया और आगे कोई तनाव न बढ़ाने का अनुरोध किया. इसके बाद, दोनों देशों के बीच जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोकने पर सहमति बनी.