दिल्ली-NCR में भूकंप: सुबह तेज झटके से लोग घरों से बाहर निकले, रिएक्टर स्केल पर 4.0 तीव्रता

दिल्ली-NCR में सोमवार सुबह भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई. यह भूकंप सुबह 5:36 बजे आया, जिससे घबराए हुए लोग अपने घरों से बाहर निकल आए.

दिल्ली में आए भूकंप के झटके. Image Credit: TV9 Bharatvarsh

Delhi earthquake: दिल्ली-NCR में सोमवार सुबह 5:36 बजे भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए. जिससे कई लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 मापी गई, जिसका केंद्र नई दिल्ली में 5 किलोमीटर की गहराई पर था. भूकंप के झटकों की वजह से दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में दहशत का माहौल रहा. हालांकि, अभी तक किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है. आइए आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी बताते हैं.

भूकंप से जुड़ी पूरी जानकारी

  • तारीख और समय: 17 फरवरी 2025, सुबह 5:36 बजे
  • स्थान: नई दिल्ली, दिल्ली
  • गहराई: 5 किलोमीटर
  • निर्देशांक: अक्षांश 28.59° N, देशांतर 77.16° E
  • तीव्रता: 4.0 (रिक्टर स्केल पर)
सोर्स– National Center for Seismology

दिल्ली-NCR में लोगों ने महसूस किए झटके

दिल्ली-NCR में महसूस किए गए झटकों की वजह से कई लोग घबरा गए और तुरंत अपने घरों से बाहर निकल आए. भूकंप कुछ सेकंड तक ही रहा, लेकिन इसका असर इतना तेज़ था कि लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देने लगे.

हालांकि, कोई बड़ी क्षति की सूचना नहीं है, लेकिन लोगों को भविष्य में सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है. प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे घबराने के बजाय सावधानी बरतें और किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षा नियमों का पालन करें.

किस तीव्रता में कैसे हालात?

  • रिक्टर स्केल पर अगर 0 से 1.9 मैग्नीट्यूड से भूकंप आता है तो सिर्फ भूकंप के सेंटर में ही हल्के झटके महसूस होते हैं. ये नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.
  • यदि भूकंप की तीव्रता 2 से 3.9 तक होती है तो ये हल्के झटके महसूस कराता है, गहराई ज्यादा होने पर यह 100 से 150 किमी तक झटके महसूस कराते हैं. हालांकि तबाही की संभावना नहीं होती है.
  • 4 से 5.9 रिक्टर स्केल पर आया भूकंप नुकसान कर सकता है, यदि उसका गहराई कम है. इतनी तीव्रता वाले भूकंप में नुकसान की संभावना बढ़ जाती है. जिससे घर में रखा सामान हिल सकता है.
  • अगर भूकंप की तीव्रता 6 से 6.9 मैग्नीट्यूड तक है तो तबाही मचा सकता है. यह तीव्रता हाईराइज इमारतों के लिए नुकसान दायक है. खास तौर से हिमालय जोन में होने की वजह से दिल्ली-NCR इससे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं.
  • इससे तेज यानी रिक्टर स्केल पर 7 से 7.9 तीव्रता से आने वाले भूकंप तबाही का दूसरा नाम बन सकते हैं. इतनी तीव्रता में इमारतें गिर सकती है. हर तरफ तबाही देखी जा सकती है.
  • रिक्टर स्केल पर अगर किसी भूकंप की तीव्रता 8 से 8.9 तक हो तो तबाही ही तबाही नजर आएगी. ऐसे भूकंप का प्रभाव सैकड़ों किमी तक दिखाई दे सकता है.
  • यदि तीव्रता 9 मैग्नीट्यूड से ज्यादा हो भूकंप प्रलय ला सकता है. सड़के फट सकती है, पुल ढल सकते हैं.