भारत के लिए बड़ी खुशखबरी, अंडमान सागर में मिला नेचुरल गैस का भंडार, हरदीप सिंह ने पोस्ट किया वीडियो

भारत के ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी सफलता मिली है. अंडमान बेसिन में प्राकृतिक गैस का विशाल भंडार मिला है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी जानकारी दी. यह खोज प्रधानमंत्री मोदी के 'समुद्र मंथन' मिशन का हिस्सा है, जिससे देश की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को बल मिलेगा.

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Natural Gas Reserves in Andaman Sea: भारत के लिए ऊर्जा सेक्टर में एक नई सुबह आई है. अंडमान बेसिन में प्राकृतिक गैस (Natural Gas) का एक नया भंडार मिला है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है. इससे भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता मजबूत होगी, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘समुद्र मंथन’ मिशन में लक्ष्य है. म्यांमार और इंडोनेशिया की तरह, अंडमान बेसिन हमारी प्राकृतिक संपदा साबित हो रहा है.

कहां मिला नेचुरल गैस का भंडार?

गैस श्री विजयपुरम-2 कुएं में मिली है. यह अंडमान तट से लगभग 17 किलोमीटर दूर है. पानी की गहराई 295 मीटर है और कुआं 2,650 मीटर तक खोदा गया है.

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गैस में है हाई मीथेन

पुरी के अनुसार, 2,212 से 2,250 मीटर की गहराई के बीच शुरुआती जांच में नेचुरल गैस की मौजूदगी पाई गई. इसमें बीच-बीच में जलन भी हुई. काकीनाडा ले जाकर विश्लेषण किए गए नमूनों में 87 फीसदी मीथेन पाया गया. इससे हाइड्रोकार्बन की अच्छी गुणवत्ता की पुष्टि हुई.

क्या है सरकार की योजना

यह खोज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वतंत्रता दिवस पर की गई घोषणा के बाद आई है. उन्होंने ‘समुद्र मंथन’ नाम से नेशनल डीप वाटर एक्सप्लोरेशन मिशन की घोषणा की थी. यह मिशन अपतटीय बेसिन में तेल और गैस की खोज बढ़ाएगा. इससे भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी आएगी.

इन कंपनियों से बढ़ेगा सहयोग

पुरी ने पोस्ट में इस बात पर जोर दिया कि यह खोज भारत की वैश्विक गहरे पानी में खोज करने वाली कंपनियों के साथ साझेदारी मजबूत करेगी. इनमें पेट्रोब्रास, बीपी इंडिया, शेल और एक्सॉनमोबिल जैसी कंपनियां शामिल हैं. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक गैस की यह घटना हमारी खोज के महत्व को आगे ले जाएगी. यह अमृत काल में हमारी यात्रा का महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.

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