27 साल का हुआ Google, जानें एक स्पेलिंग की गलती से कैसे बना दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन
लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन चुके Google का आज 27वां जन्मदिन है. यह सिर्फ एक सर्च इंजन नहीं है, बल्कि इसके अलग-अलग प्रोडक्ट्स ने लोगों का जीवन काफी आसान बना दिया है. पढ़ाई हो या प्रोजेक्ट बनाना आज लोग गूगल पर निर्भर हैं. तो क्या आपको गूगल के नाम का मतलब पता है? आइये जानते हैं इसके बारे में कुछ खास बातें…

दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी Google का आज 27वां जन्मदिन है. इंटरनेट इस्तेमाल करने वाला लगभग हर व्यक्ति रोजाना Google का इस्तेमाल करता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ‘गूगल’ का मतलब क्या है? कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क के एक छोटे से गैराज में जन्मा एक आइडिया आज दुनिया का सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन है जिसका इस्तेमाल दुनिया भर में अरबों लोग करते हैं. गूगल की आधिकारिक स्थापना 4 सितंबर 1998 को हुई थी लेकिन कंपनी 27 सितंबर को अपना बर्थडे मनाती है. जानकारी के मुताबिक, 27 सितंबर वह तारीख है जब गूगल ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए रिकॉर्ड संख्या में वेब पेज इंडेक्स किए थे. इस खास मौके पर Google ने अपने होमपेज पर एक खास डूडल लगाया है तो आइये गूगल के शुरू होने से लेकर अब तक की जर्नी के बारे में जानते हैं.
क्या है Google का अर्थ?
आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि दुनिया की सबसे बड़ी और पॉपुलर कंपनियों में शामिल Google के नाम की स्पेलिंग गलत है और सही स्पेलिंग Googol है. Googol गणित से जुड़ा टर्म है. Googol शब्द एक के बाद 100 शून्य का प्रतीक है और यह कंपनी की विशाल डेटा को व्यवस्थित करने के महत्व को दर्शाता है.
गूगल का सफर
गूगल बनने की कहानी 1995 में शुरू हुई थी जब लैरी पेज और सर्जी ब्रिन नामक 2 छात्रों ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक रिसर्च प्रोजेक्ट के तहत सर्च एल्गोरिथम डेवलप किया था. इस रिसर्च प्रोजेक्ट का उद्देश्य इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को बेहतर तरीके से ऑर्गेनाइज करना था. 4 सितंबर 1998 को कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क एक गैराज से गूगल की स्थापना हुई थी. Google अब लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है. अब यह सिर्फ एक सर्च इंजन नहीं रह गया है. जीमेल, यूट्यूब, गूगल मैप्स और गूगल AI जैसे प्रोडक्ट्स भी गूगल का ही हिस्सा हैं.
बर्थडे का डूडल
गूगल ने अपने 27वें जन्मदिन पर एक खास nostalgic डूडल बनाया गया है. यह 1998 के गूगल के पहले लोगो की याद दिलाता है. यह डूडल बताता है कि कैसे एक छोटा आइडिया समय के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में बदल गया. यह डूडल एक तरह से गूगल की इसी यात्रा का प्रतीक है.
गूगल से जुड़ी कुछ मुख्य बातें
- गूगल अब अल्फाबेट इंक. की एक सहायक कंपनी है. भारतीय मूल के सुंदर पिचाई इस समय गूगल और अल्फाबेट दोनों के सीईओ हैं.
- गूगल ने अपना पहला डूडल 1998 में बनाया था.
- 2009 में Google ने अपने माउंटेन व्यू मुख्यालय के परिसर में घास खत्म करने के लिए एक बकरी किराए पर ली थी.
- गूगल में काम करने वाले कर्मचारी को ‘Googler’ कहा जाता है और नए कर्मचारियों को ‘Noogler’ कहा जाता है.
- गूगल का सर्च एल्गोरिदम 200 से ज्यादा फैक्टर्स पर काम करता है.
- गूगल ने एक बार खुद को डाउन कर दिया था ताकि यह टेस्ट किया जा सके कि इंटरनेट पर उसका कितना प्रभाव है.
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