ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप बना ठगी का नया जाल, एक पल में लुट गए 2.5 करोड़ रुपये; ऐसे चलता है गिरोह

ऑनलाइन ट्रेडिंग का क्रेज बढ़ रहा है, लेकिन इसी के साथ ठगी के मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं. कई फर्जी प्लेटफॉर्म ऊंचे मुनाफे का लालच देकर लोगों से मोटी रकम ऐंठ रहे हैं. एक हालिया मामला बताता है कि कैसे ठगों का जाल बेहद संगठित तरीके से फैल रहा है.

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चेन्नई की एक 70 साल की रिटायर्ड महिला ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी का शिकार हो गईं. पलवक्कम इलाके की इस महिला को नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच एक फर्जी इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ‘HEM-Securities’ के जरिए 2.5 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया. लालच था ऊंचे मुनाफे का, लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की तो उनके अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया और उल्टा उनसे और पैसे जमा करने की मांग की गई.

ऐसे चला ठगी का खेल

TNIE के रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की शिकायत पर अगस्त 2025 में साइबर क्राइम विंग ने जांच शुरू की. मनी ट्रेल को खंगालने के बाद पुलिस को कई म्यूल अकाउंट्स का पता चला, जिनमें एक अकाउंट तिरुपुर के एक होटल से जुड़ा मिला. जांच में सामने आया कि यह अकाउंट कमीशन पर ठगों को उपलब्ध कराया गया था. मंगलवार को पुलिस ने तिरुपुर से 32 वर्षीय जेयराज और थूथुकुडी के 32 वर्षीय रामकुमार को गिरफ्तार किया. दोनों ने देशभर में ठगी गिरोहों के लिए कई बैंक अकाउंट खोले थे. पुलिस ने इनके पास से तीन मोबाइल फोन, पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड और पहचान पत्र बरामद किए. फिलहाल दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि इस रैकेट के मास्टरमाइंड की तलाश जारी है.

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ठगी से बचने के उपाय

ऑनलाइन निवेश या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनते वक्त सबसे जरूरी है उनकी वैधता की जांच करना. असली कंपनियां भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से पंजीकृत होती हैं और उनकी जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध रहती है. किसी भी लिंक या विज्ञापन पर क्लिक कर निवेश न करें और कभी भी अनजाने अकाउंट में पैसा ट्रांसफर न करें. अगर कोई प्लेटफॉर्म निवेश निकालने के लिए अतिरिक्त पैसे मांगता है तो यह ठगी का साफ संकेत है.

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग में सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल या पुलिस से शिकायत करें.